कागजों में ओडीएफ, हकीकत खुले में शौच
श्योपुरPublished: May 24, 2019 08:47:19 pm
– कराहल पंचायत ओडीएफ फिर भी 70 परिवार का गांव जा रहा खुले में शौच
कागजों में ओडीएफ, हकीकत खुले में शौच
श्योपुर
स्वच्छ भारत अभियान के तहत बड़े-बड़े आयोजन कर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने कराहल पंचायत को ओडीएफ घोषित किया था। मगर हकीकत में ज्यादा कुछ नहीं बदला है। आज भी लोग खुले में ही शौच करने को मजबूर हैं। कई जगह कागजों पर ही शौचलाय बने हैं। कहीं उनमें दरवाजे नहीं लगे हैं तो कहीं बनते ही शौचालय जर्जर हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जरूरत से कम शौचालय बनवाए गए और जल्दबाजी में गांवों को ओडीएफ घोषित कर दिया गया।
मामला ग्राम पंचायत कराहल के भैरूपुरा गांव का है जहां स्वच्छ भारत अभियान के तहत एक भी शौचालय नहीं बनाया गया है। जबकि ग्राम पंचायत कराहल को करीब साढ़े पन्द्रह सौ परिवारों के शौचालय निर्माण कराने के बाद ओडीएफ का दर्जा दे दिया गया। जबकि सैंकड़ो परिवार शौचालय से वंचित है। जिस पंचायत को पूर्ण शौचालय बनने के तहत ओडीएफ का दर्जा दिया गया उसी पंचायत के 70 परिवार अब भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।
आवेदन देने के बाद भी नहीं हुआ समाधान
शौचालय निर्माण के लिए ग्राम पंचायत कराहल से लेकर जनपद पंचायत कराहल में कई दफा ग्रामीण आवेदन दे चुके हैं, लेकिन जिम्मेदारों ने एक नहीं सुनी। भैरूपुरा के पटेल रामजीलाल आदिवासी, शिबू आदिवासी, बरेलाल आदिवासी, हरविलास अदिवासी का कहना है कि शौचालय निर्माण नहीं होने के कारण खुले में शौच करने जा रहे हैं। वे शासन की अन्य योजनाओं से भी वंचित हंै।
वर्जन
जब सर्वे हुआ था तब यह 70 परिवार गांव छोड़कर अलग हुए भैरूपुरा गांव में चले गए थे। जब बेसलाइन सर्वे किया गया था। तब गांव सोनिपुरा में 70 परिवार नहीं थे। अब फिर से सर्वे कराया जाएगा। ग्रामीणों को शौचालय निर्माण करने स्वच्छ भारत अभियान के तहत राशि दी जाएगी।
देवेश्वरी शर्मा
ब्लॉक समन्वयक, जनपद पंचायत कराहल