वहीं हालातों पर पर प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है। यही नहीं दोनों नदियों के उफान से राजस्थान की ओर जाने वाले तीनों मार्ग बंद हो गए, जिससे श्योपुर का राजस्थान से संपर्क टूट गया। नदियों के रौद्र रूप के प्रशासन की टीमें और बाढ़ आपदा प्रबंधन की टीमें भी अलर्ट मोड में आ गई हैं।
यही वजह है कि सूंडी और सांड गांव के पास 24 घंटे होमगार्ड का कैंप किया जा रहा है, जबकि नदी किनारे के अन्य दो दर्जन गांवों में अन्य मैदानी अमले को तैनात कर दिया गया है। कुहांजापुर, बड़ौदिया बिंदी, जलालपुरा झोंपड़ी, कीरपुरा, सामरसा, जैनी आदि गांवों के निचले इलाकों में चंबल और पार्वती नदियों का पानी आ गया है। इसके साथ ही ढोढर, वीरपुर क्षेत्र के गांवों के निचले इलाकों में भी चंबल नदी का पानी पहुंच गया है। कलेक्टर बसंत कुर्रे ने भी मंदसौर जिले के गांधीसागर बांध से पानी छोड़े जाने के मिले अलर्ट के बाद श्योपुर जिले के तीनों एसडीएम अन्य अफसरों को पत्र जारी कर नदियों की स्थिति पर नजर रखने के लिए अलर्ट जारी किया है।
खातौली पुल पर 25 फीट तो सूरथाग पर 10 फीट पानी
चंबल-पार्वती नदियों के रौद्र रूप से श्योपुर को राजस्थान से जोडऩे वाले तीनों मार्ग बंद हो गए हैं। पार्वती नदी के उफान से डूबे श्योपुर-कोटा हाइवे के खातौली पुल पर 25 फीट पानी है, जबकि श्योपुर-बारां हाइवे पर कुहांजापुर के सूरथाग पुल पर 10 फीट पानी है। वहीं चंबल नदी के उफान से दांतरदा के निकट की द्वार नदी का पानी उल्टा बहने लगा, जिससे दांतरदा के निकट चंदाड़ा की रपटा पुलिया पर तीन-तीन फीट पानी हो गया और श्योपुर-सवाईमाधोपुर हाइवे पर भी आवागमन बंद हो गया।
24 घंटे में 35 फीट चंबल तो पार्वती 25 फीट बढ़ा जलस्तर
इस सीजन में पहली बार खतरे के निशान पर आई चंबल और पार्वती 24 घंटे की अवधि में बेतहाशा चढ़ी है। स्थिति यह है कि 15 अगस्त की सुबह 8 बजे से 16 अगस्त की सुबह 18 बजे तक के 24 घंटे में चंबल में 35 फीट पानी बढ़ा है, जबकि पार्वती में 25 फीट पानी की बढ़ोत्तरी हुई है। इसके बाद शुक्रवार को दिन भर में चंबल में 10 फीट बढ़ी तो पार्वती में में 7 फीट का इजाफा रहा। पार्वती रात में ही खतरे के निशान के ऊपर हो गई, जबकि चंबल शुक्रवार की दोपहर 12 बजे के आसपास खतरे के निशान के ऊपर पहुंची।
श्योपुर में 24 घंटे में 18 मिमी बारिश
पड़ौसी हाड़ौती क्षेत्र में भारी बारिश के बीच श्येापुर जिले में भी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश का दौर जारी है। हालांकि चंबल और पार्वती को छोडकऱ जिले के अन्य नदी नाले शांत हैं, लेकिन लगातार बारिश से प्रशासन की नजर जिले की भीतरी नदियों पर भी है। भू अभिलेख विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 18.8 मिमी बारिश हुई है, जबकि कुल बारिश का आंकड़ा 561.8 मिमी पर पहुंच गया है।
ये भी जानिए
चंबल और पार्वती नदियों का यूं रहा जलस्तर (मीटर में)
स्थिति | चंबल | पार्वती |
15 अगस्त सुबह 8 बजे | 187. 17 | 194. 30 |
16 अगस्त सुबह 8 बजे | 198. 06 | 202. 00 |
16 अगस्त दोपहर 12 बजे | 201. 36 | 203. 00 |
16 अगस्त शाम 4 बजे | 201. 50 | 204. 00 |
ये है खतरे का निशान | 199. 50 | 198. 00 |
लगातार निगरानी की जा रही है
जिले में पार्वती और चंबल नदी के जलस्तर को लेकर अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। सूंडी और सांड गांव सहित अन्य नदी किनारे के गांवों में लगातार स्थिति पर निगरानी की जा रही है। बाढ़-आपदा की टीमें लगातार कैंप कर रही हैं।
बसंत कुर्रे, कलेक्टर, श्योपुर