नदियों का जलस्तर
नदी-चम्बल
जलस्तर-198.06 मीटर
खतरे का निशान-199.50
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नदी-पार्वती
जलस्तर-202.0
खतरे का निशान-198.0
लोगों की चेहरे पर सिकन
नदीयों के रौद्र रूप को देखते हुए नदी किनारे बसे गांवों को खाली कराने के निर्देश कर दिए गए हैं।लोगों को घरों से निकाला जा रहा है। किसी भी प्रकार की अनहोनी से पहले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए प्रशासन मेहनत कर रहा है। मध्यप्रदेश के कई सारे क्षेत्रों में बाढ़ के पानी से कहर बरपा हुआ है। कई लोग पानी में बह गए हैं। आपदा प्रबंधन की टीम अपनी तैयारी में जुटा हुआ है।
पुल के धंसकने की अफवाह से हडक़ंप
दांतरदा, मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा पर स्थित चंबल नदी पर बने पाली पुल के धंसकने की अफवाह से जिले में हडक़ंप मच गया। वहीं पुलिस भी रातभर चकरघिन्नी रही, लेकिन पुल के धंसकने की बात अफवाह निकली। श्योपुर-सवाईमाधोपुर हाइवे पर सामरसा चौकी के नजदीक चंबल नदी पर पाली पुल बना है। यह पुल श्योपुर जिले को दिल्ली सहित राजस्थान के सवाईमाधोपुर, टोंक, दौसा, अलवर, करौली, जयपुर सहित अन्य कई शहरों से जोड़ता है, लेकिन मंगलवार की देर शाम को पाली पुल के धंसकने की अफवाह फैल गई, जो बुधवार की दोपहर बाद तक भी बनी रही।
सोशल मीडिया पर किसी युवक द्वारा पाली पुल के धंसकने संबंधी वीडियो वायरल कर दिया। जबकि वायरल वीडियो किसी दूसरी नदी के पुल का था। पुल धंसकने की खबर को लेकर सामरसा चौकी पुलिस भी रातभर चकरघिन्नी बन रही। रात को सामरसा चौकी प्रभारी सुमेर सिंह धाकड़ ने पुलिस टीम के साथ चार बार पुल को जाकर चेक किया। वहीं बुधवार की सुबह राजस्थान की खंडारा थाना पुलिस भी पुल को चेक करने के लिए पहुंची। मगर पुलिस की पड़ताल में पुल के धंसकने की बात झूठी निकली।
पुल धंसकने की सूचना मिलने के बाद मैंने रात को चार बार पुल को जाकर चेक किया। पुल धंसकने की बात पूरी तरह झूठी है। इस तरह की अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।
सुमेर सिंह धाकड़, चौकी प्रभारी सामरसा ,मप्र