चैत्रीय नवरात्रा पर श्रद्धानुसार जहां घटस्थापना के साथ भक्तों द्वारा मां की उपासना शुरू की गई। वहीं दैवी मंदिरों पर सुबह से शुरू हुई शक्ति स्वरूपा की उपासना का दौर देर रात तक चलता रहा और भक्तों की आवाजाही बनी रही। शहर में हजारेश्वर स्थित दुर्गा माता मंदिर, आनंदी माता मंदिर और खुलखुली माता मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों पर लोग दर्शनों को पहुंचे। वहीं जिले के प्रसिद्ध देवी मंदिरों दुर्गापुरी स्थित दुर्गा माता मंदिर, पनवाड़ा स्थित अन्नपूर्णा माता मंदिर, बड़ौदा स्थित बड़वासन माता मंदिर, सोंई स्थित बीजासन माता मंदिर, ओछापुरा स्थित कंकाली माता मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों पर दिन भर भक्तों का तांता लगा रहा।
गायत्री शक्तिपीठों पर शुरू हुए दैनिक हवन
इसके साथ ही श्योपुर और बड़ौदा में गायत्री शक्तिपीठों पर घटस्थापना के साथ हवन किए गए और दैनिक हवन की शुरुआत हुई। यहां पूरे नवरात्र दैनिक हवन होंगे, जिसका समापन पंचकुंडीय यज्ञ के साथ होगी। इसके साथ ही अन्य मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर नो दिवसीय अखंड रामायण पाठ, अखंड सुंदर कांड पाठ, भागवत कथाएं आदि भी प्रारंभ हुए।