खिरकाइयों पर रहेगी पुलिस की पैनी नजर
बारिश में जंगल में लगती है खिरकाईया,अभी तक कई खिरकाईयां बनती आई है बदमाशों की शरणस्थली-पुलिस ने खिरकाईयों को बदमाशो की शरणस्थली बनने से रोकनेके लिए बनाई योजना
श्योपुर,
जंगल में बारिश के दिनों में मवेशियों के लिए लगाई जाने वाली खिरकाइयां, इस दफा पुलिस की निगरानी में रहेंगी। क्योंकि जंगल की कई खिरकाईयां अभी तक बदमाशों की शरणस्थली बनती आई है।जहां बदमाश शरण लेने के लिए आते है और चंदा वसूली करते है।इसलिए एसपी नगेन्द्र सिंह ने खिरकाईयों को लेकर अभी से योजना बना ली है और जंगली क्षेत्रके सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रमें लगने वाली खिरकाईयों पर निगरानी रखने के लिए दिशा निर्देश भी जारी कर दिए है। ताकि खिरकाईयां बदमाशों की शरणस्थली न बन सके और मवेशी चोरी होने जैसी वारदाते न हो।
यहां बता दें कि बारिश के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने पशुओं को चराने के लिए जंगल में ले जाते है और जंगल में अपनी सुविधानुसार स्थल पर खिरकाई बनाकर वहां अपने पशुओं का रखते है। लेकिन इनमें से कई खिरकाईयां बदमाशों की शरणस्थली बन जाती है। आसपास के जिले के फरारी लोग भी फरारी काटने के लिए इन खिरकाईयों पर पनाह लेते है और खिरकाईयों पर रहने वाले पशुपालकों से हथियारों की नोंक न सिर्फ चंदावसूली करते है।बल्कि भोजन-पानी की व्यवस्था भी जुटाते है। जबकि बाहरी जिलो के मवेशी चोर भी मौका पाकर खिरकाइयों से मवेशी हांक ले जाते है। इन स्थितियों को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा जंगल में लगने वाली सभी खिरकाईयों पर नजर रखी जाएगी। जिन खिरकाईयों पर जाने के लिए रास्ते की दिक्कत होगी,वहां भी इस दफा पुलिस, पैदल ही सर्चिंंग के लिए पहुंचेगी।
मुखबिर तंत्र को सक्रिय करेगी पुलिस
यूं तो अभी जिले में किसी दस्यु गिरोह की सक्रियता नहीं है। मगर पुलिस कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है। यहीवजह है कि पुलिस जंगल में लगने वाली खिरकाइयों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस टीमे बनाई जा रही है। वहीं मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया जा रहा है। ताकि हर गतिविधि की पिन प्वाइंट सूचना उन्हें मिलती रहे। इसके लिए थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में लगने वाली खिरकाइयों और आसपास के गांवों में पहुंच रहें है।जहां थाना प्रभारी खिरकाईयों पर रहने वाले ग्रामीणों की सूची,उनके मोबाइल नंबर और आधार नंबर थाने पर उपलब्ध कराने और थाने के नंबर उनको नोट करवा रहे है।
वर्जन
इस दफा खिरकाईयों को बदमाशों की शरणस्थली नहीं बनने देगे।इसके लिए सभी खिरकाईयों पर निगरानी रखी जाएगी।
पीएल कुर्वे
एएसपी,श्योपुर