scriptश्योपुर जिले के उपभोक्ताओं पर बिजली कंपनी का 353 करोड़ बकाया | Power Company's big debtor Sheopur district | Patrika News

श्योपुर जिले के उपभोक्ताओं पर बिजली कंपनी का 353 करोड़ बकाया

locationश्योपुरPublished: Jan 22, 2021 10:49:11 pm

Submitted by:

rishi jaiswal

-तमाम प्रयासों के बाद भी जिले में बिजली कंपनी नहीं रोक पा रही बिजली चोरी और लाइन लॉस
-बकाया वसूली अभियानों में बड़े बकायादारों को छोडकऱ छोटों पर फोकस करते नजर आते हैं कारिंदे

श्योपुर जिले के उपभोक्ताओं पर बिजली कंपनी का 353 करोड़ बकाया

श्योपुर जिले के उपभोक्ताओं पर बिजली कंपनी का 353 करोड़ बकाया

श्योपुर. जिले में बिजली सप्लाई करने वाली मध्यप्रदेश मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को तमाम प्रयासों के बाद भी लाइनलॉस और आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि जहां जिले में बिजली का बकाया लगातार बढ़ता जा रहा है, वहीं बिजली चोरी और लाइनलॉस भी नहीं रुक पा रहे हैं। वर्तमान में जिले के बिजली उपभोक्ताओं पर बिजली कंपनी का लगभग 353 करोड़ रुपए बकाया हैं।
हालांकि बिजली कंपनी के कारिंदे वसूली अभियान चलाते हैं, लेकिन उनका फोकस छोटे बकायादारों पर ज्यादा नजर आता है। जबकि बड़े बकायादारों पर शायद ही कभी कार्रवाई होती हो। यही वजह है कि जिले में बिजली का बकाया हर माह बढ़ता जाता है।
जिले में विभिन्न श्रेणियों के 1 लाख 52 हजार की संख्या में वैध कनेक्शनधारी बिजली उपभोक्ता हैं। लेकिन इनमें से बड़ी संख्या में उपभोक्ता ऐसे भी हैं, जो बिलों का भुगतान नहीं करते हैं, जिसके चलते बिजली बिलों की बकाया राशि दिनों दिन बढ़ जाती है। इसी का परिणाम है कि श्योपुर जिले के बिजली उपभोक्ताओं पर बिलों की बकाया राशि 353 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। इसमें श्योपुर नोर्थ डिवीजन में 135 करोड़ और श्योपुर साउथ डिवीजन मे 218 करोड़ रुपए की राशि बकाया है। ऐसे में बकाया राशि वसूल करना बिजली कंपनी के लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है।
घरेलू पर 181 तो कृषि कनेक्शनों पर 114 करोड़ बाकी
जिले में 1 लाख 52 हजार कुल वैध कनेक्शनधारी बिजली उपभोक्ता है। इनमें से 1 लाख 8 हजार घरेलू और 34 हजार कृषि पंप कनेक्शन हैं। लेकिन दोनों ही श्रेणी के उपभोक्ताओं पर भारी भरकम राशि बकाया है। जिले में घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं पर 181 करोड़ रुपए की राशि बकाया चल रही है, जबकि कृषि पंप पर 114 करोड़ रुपए बाकी हैं। वहीं व्यवसायिक कनेक्शनों पर 36 करोड़, औद्योगिक इकाईयों पर 10 करोड़ और वाटर बॉक्स पर 9 करोड़ रुपए के आसपास की राशि बकाया चल रही है।
नहीं रुक पा रही चोरी, ईमानदार उपभोक्ताओं पर भार
जिले में बिजली सप्लाई में 1 लाख 52 हजार तो नियमित और वैध उपभोक्ता हैं, लेकिन जिले में भारी मात्रा में बिजली चोरी भी जा रही है। जिसके चलते ईमानदार और नियमित बिल भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं पर भार बढ़ जाता है। बिजली कंपनी के मैेदानी अमले की मिलीभगत से जिले में बिजली चोरी और लाइनलॉस की गंभीर समस्या है। ऐसे में लोगों का कहना कहना है कि बिजली चोरी रोकने में कारिंदों की नाकामी से नियमित भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिल थमा दिए जाते हैं। जिसके चलते बिल संसोधन कराने उपभोक्ता चक्कर काटते नजर आते हैं।
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