जेल प्रहरी ने इसकी जानकारी जेलर विजय मौर्य को दी। जेलर ने तत्काल मामले से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया। जानकारी लगने पर न्यायाधीश जेल पहुंच गए और पूरे मामले की पड़ताल की। साथ ही एसडीएम रुपेश उपाध्याय, तहसीलदार राघवेन्द्र सिंह कुशवाह भी जेल पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। बंदी के शव तीन सदस्यीय चिकित्सकों के दल ने वीडियोग्राफी के साथ बंदी का पोस्टमार्टम किया।
उल्लखनीय है कि बंदी सोनू माली 15 अक्टूबर की रात ढेंगदा स्थित कोविड सेंटर की अस्थाई जेल से खिडक़ी तोडक़र भाग निकला था। कोतवाली पुलिस ने सोनू को उसकी मौसी के यहां से पकडक़र न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। इस मामले को लेकर जेल के मुख्य प्रहरी मोहन माहौर व प्रहरी महेन्द्र यादव पर कार्रवाई किए जाने के लिए प्रस्ताव कलेक्टर को भेजने की बात जेलर विजय मौर्य ने कही है।
जेल बैरक 3 में बंद बंदी ने फांसी लगाई है। इस मामले में मुख्य प्रहरी व प्रहरी के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जाएगा।
विजय मौर्य, जेलर जिला जेल श्योपुर