क्षेत्र के वाशिंदों का कहना है कि श्योपुर के सलापुरा से ढोढर तक की केनाल रोड को तो प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत अपग्रेड किया जा रहा है, लेकिन राजस्थान बॉर्डर पर स्थित लालकोठी-पार्वती एक्वाडेक्ट से श्योपुर तक की सड़क को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया है। जबकि ये सड़क दो दर्जन से अधिक गांवों के लिए आवागमन का मुख्य स्रोत है। हालांकि ग्रामीणों ने इस संबंध में कई बार नेताओं, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अफसरों को ज्ञापन भी दिए, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। ग्रामीणों का कहना है कि नेता चुनावों में तो बड़े-बड़े वादे करते हैं और वोट के लिए आश्वासनों से रिझाते भी हैं, लेकिन मूल समस्याओं पर किसी का ध्यान नहीं है।
प्रस्ताव भी अधर में
बताया गया है कि 64 किलोमीटर लंबी पार्वती एक्वाडेक्ट से श्योपुर तक की केनाल रोड के लिए पीएमजीएसवाय के तहत गत वर्ष प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन अभी तक मामला अधर में ही है। यही वजह है कि सड़क दिनों दिन जर्जर होती जारही है। वर्तमान में सड़क में कई जगह तो बड़े-बड़े गड्ढे हैं। जिसके चलते श्रीपुरा, प्रेमपुरा, बंदड़ी, मूंडला, नारायणपुरा, टर्रा, हिरनीखेड़ा, मातासूला, नागदा आदि गांवों के लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें आती हैं।