ये है पूरा मामला
इस योजना के तहत मिली राशि से एक युवक अपने लिए घरवाली खरीद लाया है। लोगों के बीच पता चलने पर इस खबर का मजाक भी उड़ाया जा रहा है। बता दें कि कलेक्टर पन्नालाल सोलंकी ने जब प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में मीटिंग करके अपडेट लेने की कोशिश की तो ग्राम पंचायत खिरखिरी के सचिव राजेंद्र गुर्जर ने पूरी कहानी बताई।
उन्होंने बताया कि गांव में रहने वाले कन्हैया भील को योजना के तहत चालीस हजार रूपए मिले थे। रुपए मिलने के कुछ दिन बाद तक तो कन्हैया गांव में ही रहा लेकिन बाद में वो किसी को बिना कुछ बताए ही गुजरात चला गया। समय बीतने के बाद जब वह वापस लौटा तो वो अकेले नहीं था, उसके साथ उसकी घरवाली भी थी। उसने इन रुपयों का उपयोग अपनी घरवाली को लाने के लिए किया था। अब वो अपना घर बनवाने के लिए अपने ही रूपयों का इस्तेमाल कर रहा है।
इस खबर की जानकारी होने के बाद कलेक्टर पीएल सोलंकी का कहना है कि ग्राम सचिव को इस बारे में बोल दिया गया है कि उसे कोई और मजदूरी का काम दिया जाए, जिससे वह पैसे जोड़ सके और अपने इन पैसे से खुद का घर तैयार करवा सके।