उल्लेखनीय है कि इस बार जिले में मानसून ने देरी से दस्तक दी, जिसके चलते खरीफ फसलों की बोवनी में देरी हो रही थी और अभी तीन दिन पूर्व तक महज 10 फीसदी बोवनी हुई। लेकिन 3 जुलाई केा मानसून आने के बाद 4 व 5 जुलाई को अच्छी बारिश हुई, जिससे जिले की औसत बारिश 150.2 मिमी पर पहुंच गई, जबकि गत वर्ष इस अवधि में 122.5 मिमी बारिश ही हुई थी। यही वजह है कि मानसून की शुरुआत में ही अच्छी बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं, साथ ही खेतों में भी रौनक आ गई है। शनिवार को बारिश नहीं होने के चलते खेतों में तेजी से बोवनी हुई। किसानों का कहना है कि दो दिन की बारिश के बाद शनिवार को मौसम खुलने से किसानों को बोवनी का समय मिल गया है। जिससे सोयाबीन, सहित अन्य फसलो की बोवनी में तेजी आ गई है।
सबसे ज्यादा वीरपुर क्षेत्र में बारिश
बीते दो दिनों में जिले में लगभग अच्छी खासी बारिश हुई है, जिससे नदी-नालों में उफान आ गया, वहीं खेतों में भी पानी भर गया है। जिले में तहसील क्षेत्र के लिहाज से बारिश की बात करें तो अभी तक सबसे ज्यादा वीरपुर क्षेत्र में 180.7 मिमी बारिश हुई है, जबकि सबसे कम बड़ौदा क्षेत्र में 124.8 मिमी बारिश हुई है।