बुधवार को किसी की शिकायत पर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने एसडीएम श्योपुर डीपी सिंह को निर्देश दिए। जिसके बाद एसडीएम सिंह के नेतृत्व में प्रभारी डीएसओ बृजपाल सिंह गुर्जर, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी लवली गोयल, नापतौल निरीक्षक सतीश शर्मा, आरआई विनोद डंडोतिया और श्योपुर पटवारी पुरुषोत्तम राठौर की टीम ने पहले तो पाली रोड पुराना बसस्टैंड स्थित शंकरदास-राजबहादुर पेट्रोल पंप पर छापा मारा, उसके बाद बड़ौदा रोड स्थित अमित ऑटो मोबाइल पेट्रोल पंप पर कार्यवाही की। निरीक्षण के दौरान शंकरदास-राजबहादुर पंप पर जब पेट्रोल-डीजल की मशीनों में नापतौल किया गया तो पाया कि यदि कोई 100 रुपए का पेट्रोल भरवाता है तो 100 एमएल कम मिलता है, जबकि डीजल में भी 500 रुपए का डीजल भरवाने पर 100 एमएल कम निकलता है। हालांकि लीटर से लेने पर मात्रा पूरी निकलती है। इसके साथ ही निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पंप पर पेट्रोल और डीजल अंडर स्टॉक था, जबकि हमेशा 2 हजार पेट्रोल और 2 हजार लीटर डीजल स्टॉक में रहना चाहिए। इसके बाद टीम बड़ौदा रोड स्थित अमित ऑटो मोबाइल पंप पर पहुंची, जहां नापतौल की स्थिति तो सही मिली।
नॉम्र्स के अनुसार नहीं मिली सुविधाएं
अफसरों की टीम के निरीक्षण में जहां एक पंप पर नापतौल की खामी मिली, वहीं नॉम्र्स के अनुसार अन्य सुविधाएं भी नहीं मिली। पाली रोड वाले पंप पर टॉयलेट, वॉशरूम आदि की सुविधा नगण्य थी तो पाली रोड वाले पंप पर भी सुविधाएं पर्याप्त नहीं थी। इसके साथ ही रेट डिस्पले को लेकर भी टीम को कमियां नजर आई।
स्टॉक नहीं होने के नाम पर अक्सर बंद रहते हैं पंप
शहर के बीचों-बीच होने के चलते दोनों पंपों पर हमेशा भीड़ रहती है, लेकिन पंप संचालकों द्वारा आए दिन स्टॉक खत्म होने के नाम पर पेट्रोल-डीजल देना बंद कर दिया जाता है। इसकी शिकायत कई बार आमजन ने प्रशासन के समक्ष की है। बुधवार को भी जब टीम कार्यवाही के लिए पहुंची, तब पाली रोड वाले पंप पर स्टॉक न होने के नाम पर वितरण बंद था। यही नहीं रात में भी समय से पूर्व बंद होने की शिकायतें आ रही थी।
हमने शहर के दोनों पेट्रोल पंपों का निरीक्षण किया है। पाली रोड स्थित शंकरदास-राजबहादुर पंप पर नापतौल की कमी मिली है और मशीन से 100 के पेट्रोल और 500 रुपए के डीजल लेने पर 100-100 एमएल की मात्रा कम मिली है। इसके साथ ही दोनों जगह कई खामियां मिली, जिसके बाद हम अपना प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर को देंगे।
डीपी सिंह
एसडीएम, श्योपुर