48 घंटे में खुला अंधे कत्ल का राज, बाप, बहनोई और भांजे निकले हत्यारे
– विजयपुर पुलिस ने सुलझाई हत्या की गुत्थी,- मामला तीन दिन पहले भैंसाई गांव की तलैया में मिले युवक के शव- मृतक द्वारा पिता की शराब पीकर रोज मारपीट करना बनी हत्या की वजह
48 घंटे में खुला अंधे कत्ल का राज, बाप, बहनोई और भांजे निकले हत्यारे
विजयपुर
युवक के अंधे कत्ल का राज 48 घंटे में खुल गया। बाप, बहनोई और भांजे आरोपी निकले। युवक की हत्या का कारण शराब पीकर पिता की रोजाना मारपीट करना बना। पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि बाप, बहनोई और भांजों ने मिलकर राजकुमार शाक्य की हत्या की थी। सबूत मिटाने के लिए शव को मोटर साइकिल पर रखकर भैंसाई गांव की तलैया में फेंका गया।
पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए विजयपुर थाना प्रभारी सोनपाल सिंह तोमर के नेतृत्व में तीन अलग-अलग पार्टी बनाई थीं। टीम ने वीडियो फुटेज साइबर सेल की मदद से अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया। दरअसल मृतक राजकुमार के वीडियो फुटेज पुलिस ने निकाले साथ ही सायबर सेल की मदद ली। इसके बाद संदेहियों के मोबाइल नंबर से घटना समय की लोकेशन तलाशी। इसके बाद हत्या का राज खुलता चला गया। हत्या का खुलासा करने में थाना प्रभारी सोनपाल सिंह तोमर, उपनिरीक्षक आशा मौर्य, सतीश सरवैया, कृष्णवीर सिंह कुशवाह,प्रधान आरक्षक सतेन्द्र सिंह जादौन, आरक्षक राजबृज गुर्जर, प्रमोद सिकरवार, बरसाने लाल पाण्डेय की भूमिका रही।
गश्ती दल को रात में टकराए थे आरोपी
पुलिस की जांच में सामने आया कि घटना के समय गश्त चैकिंग अधिकारी कृष्णवीर कुशवाह को रात के करीब दो बजे आरोपी राजेन्द्र शाक्य, गुड्डू उर्फ नीतेश शाक्य मोटरसाइकिल से बाडख़ेडा रोड पर मिले थे। इस आधार पर इन दोनों से भी पुलिस ने पूछताछ की तो सच सामने आ गया। मृतक के पिता मुंशी शाक्य, बहनोई राजेन्द्र शाक्य निवासी अर्रोद , भांजे दीपेन्द्र शाक्य निवासी पचनया, नीतेश शाक्य निवासी अंबेडकर कॉलोनी मंडी विजयपुर आरोपी निकले। गश्ती दल ने भी गुड्डू शाक्य और राजेंद्र शाक्य को पहचान लिया।
पिता के साथ मारपीट करना बनी हत्या की वजह
आरोपियों ने राजकुमार शाक्य की हत्या करना कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि हम सभी मृतक के अत्याचारों से परेशान थे इसलिए उसे मारने की योजना बनाई थी। पहले घर पर ही गमछे से राजकुमार का गला दबाया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद हत्या छिपाने के लिए उसे दूर फैंकने की योजना बनाई। गुड्डू शाक्य की मोटरसाइकिल से उसे भैंसाई गांव की तलैया में फेंका गया। शव की पहचान न हो पाए इसलिए सिर पर पत्थर मारकर कुचलने की कोशिश भी की थी।