ये अपनाई तकनीक तो बढ़ा टमाटर का उत्पादन
किसान भरत सुमन ने पहले खेत तैयार किया और तीन तीन फीट की दूरी पर एक-एक फ़ीट ऊंची मेढ़ बनाई। इन मेढ़ों पर 9-9 इंच की दूरी पर टमाटर के पौधे लगाए, ताकि पौधे बड़े होने पर एक दूसरे से न टकराए। यहीं पौधे बढ़े होकर जमीन में गिरे नहीं इसके लिए मेढ़ के दोनों किनारों पर 8 फ़ीट ऊंचे बांस लगाकर रस्सी बांध दी, जिससे पौधे 6 से 7 फ़ीट तक के हो गए और जमीन पर नहीं गिरे।यही वजह रही कि टमाटरों की क्वालिटी भी अच्छी रही। किसान भरत का कहना है कि परम्परागत रूप से टमाटर की खेती में टमाटर आते ही पौधे जमीन पर लेट जाते हैं, जिससे टमाटर खराब हो जाते हैं। इसके साथ ही मेढ़ पर पौधे लगाने से पौधों में नमी बनी रहती है और एक्स्ट्रा पानी बहकर निकल जाता है।