मीडिया सेल प्रभारी एडीपीओ रिचा शर्मा ने बताया कि 24 जनवरी 2016 को फरियादी सुल्तान बड़ौदा में सामाखाड़ स्कूल के पास खड़ा था, तभी आरोपी चौथमल पुत्र परशुराम माली ने पुरानी रंजिश पर खूंटिया से हमला कर दिया। अपनी जान बचाकर घर पहुंचे सुल्तान अपने परिजनों को बताया। इस दौरान सुल्तान के पिता बाबूलाल बैरवा और अन्य परिजन आरोपी को समझाने आए, लेकिन उसने बाबूलाल बैरवा पर भी हमला कर घायल कर दिया और भाग गया। हालांकि बाबूलाल को अस्पताल ले जाया, लेकिन उनकी मौत हेा गई। बड़ौदा पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट पर आरोपी चौथमल माली उर्फ चौथ्या पुत्र परसुराम माली उम्र 27 वर्ष निवासी सामाखाड़ बड़ौदा पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया। आरोपी फरार होने पर पुलिस अधीक्षक ने 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। वहीं न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। काफी तलाश करने के बाद पता चला कि आरोपी राजस्थान में किसी अन्य मामले में अपना और पिता का नाम छुपाकर अलवर जेल में बंद है। न्यायालय द्वारा उसे प्रॉटक्शन वारंट पर तलब किया गया और न्यायालय की अनुमति से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद विचारण में न्यायालय ने आरोपी चौथमल माली दोषसिद्ध पाते हुए मंगलवार को आजीवन कारावास और एक सौ रूपये अर्थदंड से दंडित किया।