दिल में छेद की बीमारी से पीडि़त बच्चों के ऑपरेशन में होने वाले भारी भरकम खर्च के चलते अभिभावक परेशान थे। लेकिन जब उन्हें आरबीएसके(राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) के तहत दिल में छेद के निशुल्क ऑपरेशन के बारे में जानकारी मिली तो उनकी परेशानी न केवल कम हुई है, बल्कि उनके बच्चे सामान्य बच्चों की तरह खेल कूद सकेंगे। बीते रोज आरबीएसके तहत आयोजित स्वास्थ्य कैंप के माध्यम से इन 26 बच्चों को चिन्हित किया गया है। जिनका आवश्यक कागजी कार्यवाही के बाद भोपाल भेजा जाएगा और आगामी एक माह के भीतर निशुल्क ऑपरेशन कराया जाएगा।
इन बच्चों के होंगे निशुल्क ऑपरेशन
आरबीएसके के तहत दिल में छेद वाले जिन बच्चों को निशुल्क ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया है, उनमें दीपेश सुमन (2 वर्ष) श्योपुर, बेबी याश्मीन(1 वर्ष) श्योपुर, इकरा (2 वर्ष) श्योपुर, राशि मीना (6 वर्ष) तिल्लीपुर, तमन्ना मीना (7 वर्ष) गुढ़ा प्रेमसर, टिकेश जाटव (2 वर्ष) रतोदन, नंदिनी (6 वर्ष) जैनी, आयुष मीणा (4 वर्ष) जैनी, इश्वर शर्मा (8 वर्ष) श्योपुर, सावक्षी (18 माह) मयापुर, नवीन प्रजापति (4 वर्ष) श्योपुर, सारांश मीणा (4 वर्ष) बड़ौदा, तरुण (2 वर्ष) बनवाड़ा, प्राची (11 वर्ष) ददूनी, कनुप्रिया नागर (18 माह) अजापुरा, गुंजन (2 वर्ष) विजयपुर, सीमा मीना (14 वर्ष) बड़ौदिया बिंदी आदि बच्चे शामिल हैं।
आरबीएसके के तहत 26 बच्चे चिन्हित किए गए हैं, जिनका दिल में छेद की बीमारी का निशुल्क ऑपरेशन होगा। इन सभी के ऑपरेशन एक माह के भीतर हो जाएंगे।
स्नेहलता गुर्जर
जिला समन्वयक, आरबीएसके श्योपुर
आरबीएसके के तहत दिल में छेद वाले जिन बच्चों को निशुल्क ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया है, उनमें दीपेश सुमन (2 वर्ष) श्योपुर, बेबी याश्मीन(1 वर्ष) श्योपुर, इकरा (2 वर्ष) श्योपुर, राशि मीना (6 वर्ष) तिल्लीपुर, तमन्ना मीना (7 वर्ष) गुढ़ा प्रेमसर, टिकेश जाटव (2 वर्ष) रतोदन, नंदिनी (6 वर्ष) जैनी, आयुष मीणा (4 वर्ष) जैनी, इश्वर शर्मा (8 वर्ष) श्योपुर, सावक्षी (18 माह) मयापुर, नवीन प्रजापति (4 वर्ष) श्योपुर, सारांश मीणा (4 वर्ष) बड़ौदा, तरुण (2 वर्ष) बनवाड़ा, प्राची (11 वर्ष) ददूनी, कनुप्रिया नागर (18 माह) अजापुरा, गुंजन (2 वर्ष) विजयपुर, सीमा मीना (14 वर्ष) बड़ौदिया बिंदी आदि बच्चे शामिल हैं।
आरबीएसके के तहत 26 बच्चे चिन्हित किए गए हैं, जिनका दिल में छेद की बीमारी का निशुल्क ऑपरेशन होगा। इन सभी के ऑपरेशन एक माह के भीतर हो जाएंगे।
स्नेहलता गुर्जर
जिला समन्वयक, आरबीएसके श्योपुर