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सीएम राइज की पहली कक्षा में 30 का हुआ प्रवेेश, स्कूल में आ रहे महज सात बच्चे

locationश्योपुरPublished: Aug 19, 2022 04:06:06 pm

Submitted by:

jay singh gurjar

-सीएम राइज योजना की अवधारणा को लग रहा पलीता, क्रेशर कॉलोनी में लग रही सीएम राइज की प्राथमिक कक्षाएं-क्रेशर कॉलोनी के प्राथमिक स्कूल भवन में बच्चों को भेजने को तैयार नहीं अभिभावक

सीएम राइज की पहली कक्षा में 30 का हुआ प्रवेेश, स्कूल में आ रहे महज सात बच्चे

सीएम राइज की पहली कक्षा में 30 का हुआ प्रवेेश, स्कूल में आ रहे महज सात बच्चे

श्योपुर,
प्रदेश सरकार ने जिस अवधारण के साथ सीएम राइज स्कूल योजना शुरू की है, लेकिन श्योपुर में योजना में पलीता लगाने की तैयारी दिख रही है। स्थिति ये है कि जिला मुख्यालय पर सीएम राइज स्कूल की कक्षा 1 में 30 बच्चों ने प्रवेश लिया, लेकिन महज 7 बच्चे ही पढऩे के लिए स्कूल आ रहे हैं। इसके पीछे कारण ये है कि सीएम राइज की प्राथमिक कक्षाएं के्रशर कॉलोनी के प्राथमिक स्कूल भवन में लग रही है, जबकि यहां अभिभावक अपने बच्चों को भेजना नहीं चाहते। ऐसे में शासन की मंशा धूमिल होती नजर आ रही है।

सीएम राइज योजना के तहत जिला मुख्यालय पर शासकीय मॉडल स्कूल का चयन किया गया। लेकिन यहां केवल कक्ष्ज्ञा 6 से 12वीं तक की कक्षाएं ही लग रही है, जबकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सीएम राइज कैंपस-2 के रूप में शिवपुरी रोड स्थित क्रेशर कॉलोनी के प्राथमिक विद्यालय का चयन कर लिया। ऐसे में यहां कक्षा 1 से 5 तक की कक्षाएं लगनी है, लेकिन कक्षा 1 में नवप्रवेशी बच्चों के अभिभावक यहां अपने बच्चों को भेजने को तैयार नहीं है। यही वजह है कि सीएम राइज स्कूल प्रबंधन ने जून में 30 बच्चों का प्रवेश कराया, लेकिन सत्र शुरू होने के बाद दो माह बाद भी यहां केवल 7 बच्चे ही पढऩे आ रहे हैं। जबकि शेष बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों को यहां नहीं भेज रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि हमने नई बिल्डिंग और नई व्यवस्था देखकर अपने बच्चों का प्रवेश कराया था, लेकिन प्राथमिक कक्षाएं क्रेशर कॉलोनी में लग रही है, जहां न तो भवन व्यवस्थित है और न ही शिक्षक समय पर आते हैं।

स्थानीय बस्ती के बच्चे प्रवेश से रहे वंचित
बताया गया है कि सीएम राइज कैंपस-2 के रूप में चयनित होने से क्रेशर कॉलेानी के इस प्राथमिक विद्यालय में प्रबंधन ने कक्षा 1 में 30 नए बच्चे तो प्रवेशित कर लिए, लेकिन स्थानीय बच्चों को प्रवेश ही नहीं मिला। बताया गया है कि हर साल क्रेशर कॉलोनी में रहने वाले गरीब परिवारों के बच्चे इसी स्कूल में प्रवेश लेते थे, लेकिन इस बार यहां के बच्चों को कक्षा 1 में प्रवेश नहीं मिला, जिसके कारण यहां के गरीब अभिभावक भी परेशान हैं। वहीं दूसरी ओर कक्षा 2 से 5 तक लगभग 90 से अधिक बच्चे दर्ज हैं, लेकिन ये भी पूरे नहीं आ रहे हैं। वर्तमान में जो बच्चे स्कूल आ रहे हैं, उनकी संख्या 35 से 40 के बीच रह रही है।

पुलिस हाउसिंग के इंजीनियर भवन को बता चुके हैं अनुपयोगी
सीएम राइज के कैंपस-2 के रूप में श्योपुर जिला मुख्यालय पर वार्ड क्रमांक 8 के्रेशर बस्ती स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय का चयन किया गया। योजना के तहत लोक शिक्षण संचालनालय ने विभिन्न जिलों में शुरू होने वाले सीएम राइज स्कूल की मरम्मत और रंगाई पुताई के लिए मप्र पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम को एजेंसी बनाया। लेकिन निगम के इंजीनियरों ने 15 जून को इस विद्यालय भवन का निरीक्षण किया और मरम्मत के लिए अनुपयोगी पाया। इसके बाद निगम के परियेाजना यंत्री ने संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय को 16 जून को पत्र लिखा, जिसमें बताया कि संपूर्ण भवन कंडम स्थिति में हैं, जिसके चलते विद्यालय भवन में मरम्मत और उन्नयन कराने का कोई औचित्य नहीं है। हालांकि पिछले दिनों कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद भवन की स्थिति जानने के लिए पीडब्ल्यूडी की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी भी बनाई गई, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ।

अभिभावक बच्चों को नहीं भेज रहे
कक्षा 1 में 30 बच्चों के प्रवेश हुए थे, लेकिन अभी 7 बच्चे ही आ रहे हैं। हमने अभिभावकों को फोन पर संपर्क भी किया, ेलेकिन अभिभावक बच्चों को नहीं भेज रहे हैं।
ईश्वर चंद गुप्ता
प्रधानाध्यापक, सीएम राइज कैंपस-2 श्योपुर
जनसुनवाई में भी आवेदन दे चुका
मैंने मॉडल स्कूल का नया भवन और नई व्यवस्था देखकर दो बच्चों का प्रवेश कराया था। लेकिन क्रेशर कॉलेानी में सकूल भवन पहले से ही जर्जर है और महज 3 कमरे हैं। साथ ही शिक्षक भी समय पर नहीं आते। इसलिए हम बच्चों को नहीं भेज रहे हैं। इसको लेकर मैं जनसुनवाई में भी आवेदन दे चुका हूं कि छोटे बच्चों की कक्षाएं भी मॉडल स्कूल के भवन में ही लगाएं।
पुरुषोत्तम जोशी, अभिभावक
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