राजस्थान के पड़ौसी जिले सवाईमाधोपुर की तर्ज पर श्योपुर जिले के किसानों ने लगभग डेढ़ दशक पहले अमरूद की खेती शुरू की। बताया गया है कि वर्ष 2005 के आसपास जिले में लगभग 400 हेक्टेयर के आसपास के रकबे में अमरूद के बगीचे लगे थे। लेकिन अब वर्ष 2022 की स्थिति में जिले में 1441 हेक्टेयर रकबे में अमरूदों के बगीचे हैं। साल दर साल बढ़ते रकबे के चलते जिले में अमरूद की पैदावार भी बढ़ रही है। जिसके चलते जिले में अमरूद की खेती लाभ का धंधा साबित हो रही है। विशेष बात यह है कि श्योपुर के अमरूद की अच्छी गुणवत्ता के चलते ये दिल्ली की आजादपुर मंडी के साथ ही जयपुर, कोटा, आगरा, ग्वालियर, शिवपुरी, सहित अन्य कई मंडियों तक पहुंच रहा है।
इस बार साढ़े चार लाख क्ंिवटल उत्पादन का अनुमान
जिले में इस बार 1441 हेक्टेयर के रकबे में अमरूद के बगीचे लगे हुए हैं और इस बार फसल भी अच्छी है। उद्यानिकी विभाग के अफसरों के मुताबिक इस बार जिले भर में अमरूद का फलाव पिछले सालों के मुकाबले बेहतर है। यही वजह है कि इस बार लगभग साढ़े चार लाख क्ंिवटल (45 हजार मीट्रिक टन) अमरूद की पैदावार का अनुमान है। जबकि पिछले साल 1312 हेक्टेयर रकबा था, जिसमें 3 लाख 20 हजार क्विंटल अमरूद का उत्पादन हुआ था।
यहां हैं पांच प्रजाति के अमरूद
जिले में साल दर साल बढ़ रहे अमरूद के बगीचों में किसान पांच प्रजाति के अमरूद कर रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा थाई अमरूद और बर्फखान प्रजाति के अमरूद का रकबा ज्यादा है। जिले में लगभग 700 हेक्टेयर रकबे में बर्फखान अमरूद, 250 हेक्टेयर में थाई अमरूद, 200 हेक्टेयर में लखनऊ 49, 100 हेक्टेयर में अरका किरण और शेष रकबे में इलाहबादी सफेदा प्रजाति के अमरूद हो रहे हैं।
बगीचे से ही कर लेते हैं सौदा बाहर से व्यापारी
जिले में अमरूद की खेती कर रहे किसानों को इसके बेचने के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती है, क्योंकि बाहर के व्यापारी किसानों के बगीचों से ही सीधे सौदा कर लेते हैं। अभी पिछले दिनों ही तुलसैफ निवासी किसान शिशुपाल मीणा के लगभग 6 बीघा के बगीचे के अमरूद 6 लाख रुपए में सौदा हुआ। वहीं दूसरी ओर श्योपुर के खुले बाजार में वर्तमान में 25 से 30 रुपए प्रति किलो तक अमरूद मिल जाता है, लेकिन बड़े शहरों में, शॉपिंग मॉल आदि में ये 100 से 200 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाते हैं।
किसानों को लाभ
जिले में अमरूद का रकबा निरंतर बढ़ रहा है और इससे किसानों को लाभ भी हो रहा है। इस बार फसल अच्छी है, जिससे इस बार 45 हजार मीट्रिक टन अमरूद उत्पादन का अनुमान है। अब हम जिले में अमरूद प्रसंस्करण इकाई लगवाने के लिए भी प्रयासरत हैं।
एमएस तोमर
सहायक संचालक, उद्यानिकी विभाग श्योपुर