कलेक्टर ने किचन में मरीजों के लिए बनाए जाने वाले भोजन के बारे भी जानकारी ली। इसके पूर्व कलेक्टर सुमन ने मेटरनिटी वार्ड, एसएनसीयू और जनरल वार्ड का भी निरीक्षण किया। जनरल वार्ड में कुपोषित बच्चे को भर्ती देख कलेक्टर ने पूछा कि ये बच्चा एनआरसी की जगह यहां वार्ड में क्यों भर्ती है। इस पर मौजूद डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की हालत थोड़ी गंभीर है। इसलिए इसे वार्ड में भर्ती कर इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। कलेक्टर ने वार्ड में पलंगों पर विछी चादरों पर ब्लड के निशान देखकर सीएमएचओ को पलंगों की चादरों को रोज बदलने के निर्देश दिए। जनरल वार्ड का निरीक्षण करने के बाद कलेक्टर ने एनआरसी की व्यवस्थाएं भी देखी। जहां भर्ती बने बच्चों की जानकारी और उनको दिए जाने पोषण आहार के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान सीएमएचओ डॉ एनसी गुप्ता सहित अस्पताल स्टॉफ भी मौजूद था।
पार्क से हरियाली गायब और कुर्सिया टूटी क्यों हैं
अस्पताल का निरीक्षण कर बाहर निकले कलेक्टर ने अस्पताल के सामने बने पार्क को भी देखा और सीएमएचओ से पूछा कि पार्क मे हरियाली गायब और कुर्सियां टूटी क्यों है। इस पर सीएमएचओ ने जल्द सुधार किए जाने की बात कही।
प्रेरकों ने सीएम के नाम दिया ज्ञापन
जिले के प्रेरकों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर सीएम के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया। प्रेरक संघ के प्रदेश व्यापी आह्वान के चलते जिले के सभी प्रेरक गुरुवार को यहां श्री हजारेश्वर पार्क में एकत्रित हुए। जहां प्रेरकों ने बैठक करने के बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर सीएम के नाम ज्ञापन दिया और प्रेरकों की सेवाएं बहाल करते हुए उनको नियमित किए जाने की मांग की। साथ ही ये चेतावनी भी दी कि यदि प्रेरकों की मांगों को शासन के द्वारा पूरा नहीं किया गया तो इसके विरोध में भोपाल पहुंचकर प्रदर्शन करने को विवश होना पड़ेगा। ज्ञापन दिए जाने के दौरान रेवती रमण जांगिड़, विनोद मीणा सहित बड़ी संख्या में प्रेरक मौजूद थे।