हालांकि गुरुवार तक कभी सुबह या शाम की एक न एक ट्रेन चलने की स्थितियां बन रही थी, लेकिन अब नैरोगेज रेलवे टे्रक दिन भर ट्रेनों का इंतजार करता नजर आता है। बताया गया है कि ट्रेनों के लिए डीजल की उपलब्धता नहीं होने और ट्रेनों की फिटनेश चेकिंग के लिए टेक्निकल स्टाफ के ग्वालियर से नहीं आने के कारण श्योपुर-सबलगढ़ के बीच की ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जिनके अब पुन: चालू होने की संभावना कम दिख रही है। बताया जा रहा है कि ट्रेनों का संचालन शुरू होने में अब 2 से 3 हफ्ते लग सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि मुरैना जिले में जौरा-सुमावली के बीच आसन नदी का पुल धंसकने के कारण श्योपुर-ग्वालियर नैरोगेज ट्रेक पर ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है। इस बीच रेलवे ने श्योपुर-सबलगढ़ के बीच ट्रेनें चलाई, लेकिन अब पूरी तरह बंद हो गई हैं।
बसों में बढ़ा किराया, ओवरलोड भी हुई
ट्रेन बंद होने से यात्री बसों में भीड़ बढ़ गई हे, वहीं बस ऑपरेटरों ने भी किराया बढ़ा दिया है। जिसके चलते यात्रियों की मुश्किलें ज्यादा बढ़ गई हैं। एक तो दुगुना किराया, ऊपर से बस की छत पर बैठकर जान जोखिम में डालने की मजबूरी से लोग परेशान हैं, ऐसे में जल्द से जल्द ट्रेनों का संचालन बहाल करने की मांग उठा रहे हैं।