बतााय गया है कि ग्राम पंचायतों को केंद्रस्तर से मनरेगा सहित अन्य योजनाओं में सीधे बजट जारी करने के लिए ग्राम पंचायत डवलपमेंट प्लान (जीपीडीपी) कैंपेन शुरू किया गया। इसमें सभी पंचायतों से विशेष ग्रामसभाओं का आयोजन कर मनरेगा, पंच परमेश्वर, पीएम आवास सहित अन्य योजनाओं में कार्यों का प्लान मांगा गया। इसके लिए ऑनलाइन फीडिंग को 2 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक का समय निर्धारित किया गया, लेकिन बाद में बढ़ाकर 15 जनवरी कर दिया गया। इस कैंपेन में पंचायतों को सीधे केंद्र की जीपीडीपी पोर्टल पर निर्धारित मापदंडों में ऑनलाइन फीडिंग करानी थी। इस प्रक्रिया में श्योपुर जिले की पंचायतों ने बेहतर काम किया। यही वजह है कि प्रदेश के 51 जिलों में बालाघाट पहले और विदिशा दूसरे स्थान पर रहा है, लेकिन श्येापुर जिले ने अन्य जिलों को पछाड़कर थर्ड रैंक हासिल की है।
जिले में कराहल जनपद अव्वल
श्योपुर में निर्धारित 12 पाइंट्स में 10.13 पाइंट हासिल किए हैं। वहीं जिले में तीनों जनपदों की बात करें तो कराहल प्रथम, श्येापुर द्वितीय और विजयपुर तीसरे स्थान पर रही है। बताया गया है कि जिले की 225 पंचायतों में से 224 पंचायतों की फीडिंग हो गई है, लेकिन विजयपुर की डोंडरीकला पंचायत की फीडिंग नहीं हो पाई, क्योंकि पोर्टल पर इस पंचायत का लॉग इन-पासवर्ड नहीं मिल रहा है। जिसके लिए जिला पंचायत के अफसरों ने पत्राचार शुरू कर दिया है।
श्योपुर में निर्धारित 12 पाइंट्स में 10.13 पाइंट हासिल किए हैं। वहीं जिले में तीनों जनपदों की बात करें तो कराहल प्रथम, श्येापुर द्वितीय और विजयपुर तीसरे स्थान पर रही है। बताया गया है कि जिले की 225 पंचायतों में से 224 पंचायतों की फीडिंग हो गई है, लेकिन विजयपुर की डोंडरीकला पंचायत की फीडिंग नहीं हो पाई, क्योंकि पोर्टल पर इस पंचायत का लॉग इन-पासवर्ड नहीं मिल रहा है। जिसके लिए जिला पंचायत के अफसरों ने पत्राचार शुरू कर दिया है।
पंचायतों ने बनाया है विकास का खाका
बताया गया है कि जीपीडीपी के तहत ग्राम पंचायतों ने अपनी पंचायत का विकास का खाका खींचा गया है। जिसमें सीसी सड़कें, पेयजल, आवास सहित मूलभूत सुविधाओं के काम प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें प्रत्येक पंचायत में औसतन लगभग 50 लाख रुपए के कार्य प्रस्तावित हुए हैं।
बताया गया है कि जीपीडीपी के तहत ग्राम पंचायतों ने अपनी पंचायत का विकास का खाका खींचा गया है। जिसमें सीसी सड़कें, पेयजल, आवास सहित मूलभूत सुविधाओं के काम प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें प्रत्येक पंचायत में औसतन लगभग 50 लाख रुपए के कार्य प्रस्तावित हुए हैं।
वर्जन
जीपीडीपी कैंपेन में पंचायतों में विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें श्योपुर की पंचायतों ने समय पर प्लान बनाकर फीडिंग की है, जिससे श्योपुर जिले ने बेहतर पाइंट हासिल कर प्रदेश में टॉप थ्री रैंक हासिल की है।
राजेश शुक्ल
सीइओ, जिला पंचायत श्योपुर
जीपीडीपी कैंपेन में पंचायतों में विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें श्योपुर की पंचायतों ने समय पर प्लान बनाकर फीडिंग की है, जिससे श्योपुर जिले ने बेहतर पाइंट हासिल कर प्रदेश में टॉप थ्री रैंक हासिल की है।
राजेश शुक्ल
सीइओ, जिला पंचायत श्योपुर