उल्लेखनीय है कि पुलिस विभाग में बीट व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए बीट प्रणाली बनाई गई। वहीं थानों की सीमाओं का ज्ञान कराने के लिए संबंधित थाने की सीमा पर बोर्ड लगाए गए। जहां संबंधित थाना प्रभारी और बीट प्रभारी का नाम और मोबाइल नंबर भी अंकित कराए गए। ताकि लोगों को अपनी बीट और थाने के प्रभारी का नाम और मोबाइल नंबर पता चल सके और जरुरत पडऩे पर लोग इन मोबाइल नंबरों के जरिए पुलिस तक अपनी बात शीघ्रता के साथ पहुंचा सके। साथ ही कोई घटना होने पर उसका घटना स्थल किस थाना क्षेत्र में है,इसका भी पता चल सके। लेकिन बीट प्रभारी और थाना प्रभारी की बदली होने के बाद भी इन नामों और मोबाइल नंबरों को बदला नहीं गया है।
किसी का हो गया तबादला तो किसी की पूरी हो गई सेवा
जिले में कई जगह बीटों सहित थानों की सीमाओं पर बोर्ड पर लिखे बीट और थाना प्रभारियों के नाम व मोबाइल नंबर पुलिस अधिकारियों की इस अनदेखी को उजागर कर रहे है कि जिम्मेदारों को बीटों सहित थाने की सीमाओं पर लिखे नाम व नंबरों को अपडेट कराने की फुर्सत ही नहीं है। जबकि कोई बीट व थाना प्रभारी तबादले के चलते दूसरे थाने में पहुंच गया है,वहीं कोई सेवानिवृत्त हो गया है।
ऐसे मिली स्थितियां
मंगलवार को पत्रिका ने शहर के पाली रोड और शिवपुरी रोड पर देहात और कोतवाली थाने के सीमा स्थलों को जाकर देखा। शहर के पाली रोड पर देहात थाने के बोर्ड पर थाना प्रभारी का नाम रामवीर सैथिया और बीट प्रभारी का नाम एमएस सिकरवार लिखा है। जबकि रामवीर सैथिया स्थानांतरण के चलते श्योपुर छोड़ गए। वहीं एएसआई एमएस सिकरवार देहात थाना छोडकऱ कोतवाली थाने में पहुंच गए है। वहीं कोतवाली थाने के बोर्ड पर थाना प्रभारी व बीट प्रभारी के जो मोबाइल नंबर लिखे हुए,वे मोबाइल नंबर दूसरे थानों में पहुंच गए। जबकि शिवपुरी रोड पर देहात और कोतवाली थाने की सीमा पर लगे बोर्ड भी न सिर्फ इस तरह की लापरवाही को उजागर कर रहे है,बल्कि सीमाओं का गलत ज्ञान भी करा रहे है।
इनस्थितियों को दिखवाते हुए सुधार की कार्रवाई की जाएगी।
डॉ शिवदयाल सिंह, एसपी,श्योपुर