श्योपुर से लगातार 20 साल से जा रही डिग्गी कल्याणजी पदयात्रा गत 6 अगस्त को श्योपुर से रवाना हुई। चूंकि पिछले 20 साल से पदयात्रा का मार्ग टोंक शहर के मुख्य बाजार से होकर ही है, लेकिन शुक्रवार को टोंक पुलिस ने यात्रा को मुख्य बाजार में होकर जाने से रोक दिया और मार्ग बदलते हुए बाइपास से जाने के निर्देश दिए। यही वजह रही कि जब पदयात्री मुख्य बाजार की ओर ही आगे बढ़े तो पुलिस ने रोक दिया, जिससे विवाद हो गया। मामला बढ़ता देख समिति पदाधिकारियों ने पदयात्रा में चार किलोमीटर पीछे चल रहे विधायक जंडेल को सूचना दी तो जंडेल गाड़ी से सीधे मौके पर पहुंचे और वहां के पुलिस अफसरों से चर्चा की। बताया गया है कि इसके बाद भी टोंक पुलिस के अफसर अड़ गए और पदयात्रा को आगे नहीं जाने दिया। काफी गहमागहमी के बाद मामला शांत हुआ और पदयात्रा टोंक के मुख्य बाजार से ही आगे बढ़ी। उल्लेखनीय है कि पदयात्रा कल 11 अगस्त को डिग्गी पहुंचेगी और झंडा चढ़ाया जाएगा।
20 साल से यही रूट है
बीते 20 साल से पदयात्रा टोंक के मुख्य बाजार में होकर ही जाती रही है, लेकिन टोंक के डीएसपी ने शुक्रवार को पदयात्रा को वहां से नहीं जाने दिया। चूंकि मुख्य बाजार के रास्ते पर वहां के व्यापारी व दुकानदार पदयात्रियों को भंडारा देते हैं, लिहाजा वहीं से यात्रा जाती है। इसी को लेकर हम अड़ गए, तब जाकर यात्रा को अनुमति दी गई।
बाबू जंडेल
विधायक, श्योपुर