श्योपुर के कराहल में जन्मी दो सिर वाली बालिका,देखने पहुंची भीड़
श्योपुरPublished: Feb 07, 2019 08:13:29 pm
कराहल के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का मामला डिलीवरी के बाद नवजात बालिका को किया गया जिला अस्पताल रैफर,डॉक्टर बोले जन्मजाति विकृति है
श्योपुर
मप्र श्योपुर जिले के कराहल स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बीती रात को एक महिला की डिलीवरी हुई। इस दौरान महिला ने एक बालिका को जन्म दिया। बालिका दो सिर वाली बताईजा रही है। बालिका को देखकर न सिर्फ परिवार लोग हैरत में पड़ गए,बल्कि उसे देखने के लिए कई लोग अस्पताल पहुंच गए। कराहल अस्पताल प्रबंधन ने नवजात बालिका को जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में नवजात बालिका को एसएनसीयू में भर्तीकर लिया है।डॉक्टरों ने बालिका के दो सिर होने की बात से इनकार करते हुए कहा कि यह जन्मजात विकृति है,जो ऑपरेशन के जरिए ठीक हो जाएगी। मगर इसका ऑपरेशन श्योपुर में नहीं हो सकेगा।
कराहल के भीमनगर निवासी महिला रीना पत्नी रमेश बंजारा को प्रसव पीड़ा होने पर डिलीवरी के लिए मंगलवार की शाम को कराहल के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दाखिल कराया गया। यहां रात्रि के दौरान रीना बंजारा की नॉर्मल डिलीवरी हो गई। इस दौरान रीना के द्वारा एक बालिका को जन्म दिया गया। मगर बालिका के पीेछे के हिस्से में गर्दन पर दूसरा सिर जैसा हिस्सा उभरा हुआ आया है। जिसे देखकर परिजन घबरा गए। वहीं कराहल में ये चर्चाभी जोरो पर फैल गई कि बालिका दो सिर बाली है। कराहल अस्पताल प्रबंधन ने भी बालिका की स्थिति गंभीर बताते हुए उसे जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया।
दो सिर नहीं,बल्कि ये जन्मजात विकृति है
जिला अस्पताल के एसएनसीयू प्रभारी बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ आनंद रावत ने बताया कि बालिका के दो सिर नहंी है,बल्कि ये एक जन्मजात विकृति है। इसे एन्सिफेलोसील कहा जाता है। ये स्थिति न्यूरल ट्यूव के पूरी तरह से बंद न होने की वजह से होती है। जिससे दिमाग का कुछ हिस्सा बाहर आ जाता है। इसे न्यूरोसर्जन के द्वारा ऑपरेशन करके ठीक किया जा सकता है।