अब तक लगा दिए 11 लाख से ज्यादा पौधे,अब कहलाते है वृक्षमित्र
श्योपुरPublished: Jun 04, 2020 08:12:04 pm
-12 साल की उम्र में जयराम को अपने दादाजी से मिली थी पौधे लगाने की प्रेरणा-अब लिया संकल्प: जब तक हैशरीर में प्राण,तब तक लगाते रहेगे पौधे 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष
अब तक लगा दिए 11 लाख से ज्यादा पौधे,अब कहलाते है वृक्षमित्र
श्योपुर,
सरकार से लेकर वन विभाग और तमाम एजेंसियां पर्यावरण बचाने के नाम पर हर साल लाखों पौधे लगाकर उनकी देखभाल करना भूल जाती है, जिसके परिणाम स्वरुप पौधा वृक्ष नहीं बन पाता और सूख जाता है। लेकिन बासोंद निवासी जयराम मीणा ऐसे पर्यावरण प्रेमी है,जिन्होने अब तक 11 लाख से ज्यादा पौधे लगाकर उनको वृक्ष बना दिया है। पौधे को वृक्ष बनाने के जुनून के कारण उनको जिले के लोग वृक्षमित्र के नाम से जानते है।
श्योपुर की बड़ौदा तहसील के ग्राम बासोंद निवासी जयराम मीणा बताते है कि पौधे लगाने की प्रेरणा 12 साल की उम्र में दादाजी मथुरालाल मीणा से मिली थी,जब दादाजी पौधे लगाते थे,तब मै उनका सहयोग करता था और वे मुझे पर्यावरण का महत्व समझाते हुए पौधे लगाने का तरीका बताते थे। उनकी प्रेरणा से मै खुद भी इस काम में जुट गया। 57 साल के हो चुके जयराम बताते है कि 12 साल की उम्र से ही पौधे लगाकर उनको वृक्ष बनाने का जो काम शुरु किया,वह काम आज भी जारी है। इस काम में अब घर परिवार सहित गांव और जिले के लोग भी मेरा सहयोग करते है। जयराम ने बताया कि वे अभी तक 11 लाख से ज्यादा पौधे लगा चुके है, जो अब वृक्ष बन गए है। वहीं 5 साल पहले विश्व पर्यावरण दिवस पर पार्वती नदी के उस पार राजस्थान सीमा में स्थित पालेश्वर महादेव मंदिर पर 1100 पौधो का रोपण किया था,वे सभी पौधे अब वृक्ष बन गए है, जो छाया और फल दे रहे है।
जिले से लेकर भोपाल तक हो चुके है सम्मानित
जयराम मीणा अपने प्रर्यावरण प्रेम के कारण अब तक कई बार सम्मानित हो चुके है। उनको जिला मुख्यालय से लेकर भोपाल तक सम्मान मिल चुका है। वे आज भी पौधे लगाने के काम में जुटे है। उनका कहना हैकि अब शरीर में जब तक प्राण रहेगे,तब तक पौधे लगाकर उनको वृक्ष बनाने का काम जारी रहेगा।