एमडी किदवई ने कार्यपालन यंत्री मुरैना एमएस बघेल और सब इंजीनियर अनूप श्रीवास्तव से कहा कि तुम लोग कोई काम नहीं कर रहे हो, तुम तो सस्पेंड होना डिजर्व करते हो। मैं कल से आज तक चार मंडियों का निरीक्षण कर चुका हूं, लेकिन एक में भी व्यवस्था सही नहीं है। हम वहां बैठकर अपना सिर फोड़ रहे हैं और तुम लोग नीतियों और पॉलिसियों पर कोई ध्यान ही नहीं दे रहे। एमडी किदवई के गर्म तैवर देखकर दोनों ही इंजीनियर बगले झांकने लगे।
इससे पहले एमडी किदवई ने मंडी प्रांगण का निरीक्षण किया और उसके बाद अफसरों, व्यापारियों और किसानों से चर्चा की। कलेक्टर बसंत कुर्रे, मंडी बोर्ड के ज्वाइंट डायरेक्टर ग्वालियर एके चक्रवर्ती, एसडीएम और मंडी के भारसाधक डीपी सिंह के साथ सुबह 9.10 बजे मंडी पहुंचे किदवई ने परिसर का जायजा लिया। इस दौरान शेडों में व्यापारियों का माल रखा मिला तो नाराज हुए और बोले कि ये गलत है, इसे हटवाइये। तुलाई तक तो ठीक है, लेकिन व्यापारियों द्वारा ये कब्जे नहीं चलेंगे। इस दौरान कलेक्टर कुर्रे ने एसडीएम डीपी सिंह को व्यापारियों के कब्जे हटाने के निर्देश दिए। शेडों के निरीक्षण के बाद किदवई ने कोटा रेाड की ओर के गेट का निरीक्षण किया और यहां निकासी व अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके बाद वे सीधे मंडी कार्यालय पहुंचे, जहां अफसरों संग बैठकर निर्माण व अन्य मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। किदवई लगभग दो घंटे तक मंडी में रहे। उन्होंने कराहल मंडी का भी निरीक्षण किया और शेड निर्माण व अन्य कार्य जल्द शुरू कराने के निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि मंडी बोर्ड के किसी एमडी का लगभग दो दशक बाद ये श्योपुर दौरा है।
मंडी में किसानों की उपज की चोरी व घटतौली में कोई कार्यवाही नहीं करने मामला भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष महावीर मीणा ने उठाया तो किदवई ने मंडी सचिव पर नाराजगी जताई। इस पर सचिव ने कहा कि पंचनामा बनाते हैं, लाइसेंस निलंबित करते हैं, लेकिन दबाव आ जाता है तो आगे कार्यवाही नहीं होती। इस पर किदवई ने फटकार लगाते हुए कहा कि दबाव आएगा या व्यवस्था बिगड़ेगी तो क्या चोरों को मंडी में काम करने दोगे। ऐसे नहीं चलेगा, आप लाइसेंस निलंबित नहीं, सीधे निरस्त करिए। किसानों की उपज की चोरी पर तत्काल कार्यवाही करें। इस दौरान भाजपा नेता मूलचंद रावत, कांग्रेसी नेता रामलखन हिरनीखेड़ा, किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश मीणा सहित अन्य किसान नेताओं ने किसानों की समस्याएं बताई, जिसमें किसानों को मंडी में ही भुगतान करने, किसानों के लिए विश्राम गृह, सुलभ कॉम्पलेक्स, धर्मकांटे से तुलाई, किसानों की उपज की चोरी रुकवाने आदि की मांग रखी, जिनके समाधान का आश्वासन किदवई ने दिया। इस दौरान कुछ किसानों ने पुराने सचिव की प्रशंसा की, तो किसी ने व्यापारियों द्वारा आए दिन अचानक बोली बंद करने का मामला भी उठाया।
व्यापारी बोले-हमें किया जाए प्लॉटों का आवंटन
एमडी के दौरे की सूचना मिली तो व्यापार मंडल के अध्यक्ष डीसी गुप्ता और पूर्व अध्यक्ष मदन मोहन गर्ग सहित चार व्यापारी पहुंचे और ज्ञापन दिया। इस दौरान व्यापारियों ने मंडी प्रांगण में प्लॉट आवंटन की मांग की और अपनी समस्याओं से अवगत कराया। व्यापारियों और मंडी के अफसरों से चर्चा के बाद किदवई ने प्लॉटों का साइज बढ़ाकर और व्यापारियों से चर्चा कर प्लॉट आवंटन प्रक्रिया करने और ड्राइंग बनाकर निर्माण कराने के निर्देश दिए। इस दौरान व्यापारियों ने व्यापारियों के विश्रामगृह की रिपेयरिंग की भी मांगी, जिसके भी निर्देश उन्होंने दिए।
मंडी निरीक्षण के बाद किदवई ने हाल में ही निर्माणाधीन मंडी रोड का भी जायजा लिया। इस दौरान भाजपा नेता मूलचंद रावत ने रोड निर्माण में घटिया काम होने की शिकायत की तो किदवई ने कहा कि मैं एसई(अधीक्षण यंत्री) को भेजूंगा और आपको साथ लेकर इसकी टेस्टिंग की जाएगी। यदि कमी मिली तो कार्यवाही भी होगी।
ये भी दिए निर्देश
-मंडी प्रांगण में सुलभकॉम्पलेक्स का प्रस्ताव तैयार करना।
-मंडी प्रांगण में विभिन्न स्थानों पर हाइमास्क लाइट लगवाना।
-किसानों के लिए विश्रामगृह की व्यवस्था करना।
-किसानों केा मंडी में ही भुगतान के लिए पेमेंट काउंटर तैयार करना।
-दोनों गेटों पर धर्मकांटे चालू कराकर तुलाई चालू कराना।