scriptसत्यापन के लिए घर-घर नहीं पहुंच रही टीम | Team not reaching door to door for verification | Patrika News

सत्यापन के लिए घर-घर नहीं पहुंच रही टीम

locationश्योपुरPublished: Dec 16, 2019 05:37:14 pm

सत्यापन के कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और पंचायत सचिवों का नहीं मिल रहा सहयोगखाद्य आपूर्ति विभाग पर बढ़ा सत्यापन का दबाब, अधिकारी बोले सोमवार को बैठक के बाद साफ होगी स्थिति

सत्यापन के लिए घर-घर नहीं पहुंच रही टीम

सत्यापन के लिए घर-घर नहीं पहुंच रही टीम

श्योपुर. शहर सहित जिले की राशन की दुकानों के उपभोक्ताओं का सत्यापन करने के लिए भले ही अभियान शुरू हो गया है, मगर इसके बाद भी यहां जिले में सत्यापन के लिए टीम घर-घर नहीं पहुंच रही है। इस कारण खाद्य आपूर्ति विभाग पर शासन का दबाब बना हुआ है, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित पटवारी और सचिवों के द्वारा सत्यापन के कार्य में सहयोग करने से इनकार करने के बाद स्थितियां बिगड़ती जा रही है। इस स्थिति से परेशान विभागीय अफसरों का कहना है कि अब सोमवार को कलेक्टर की अध्यक्षता में इस मामले में एक बैठक आयोजित होगी। बैठक के बाद ही सत्यापन कार्य के गति पकडऩे संबंधी स्थिति साफ हो सकेगी।
दरअसल उचित मूल्य की दुकान से खाद्यान्न लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए सरकार ने एम राशन मित्र एप लांच किया है। इस एप द्वारा जिले के पात्र और अपात्र उपभोक्ताओं का सत्यापन किया जाना है। शासन के निर्देश पर सत्यापन कार्य के लिए टीमें भी गठित की गईं। सत्यापन के लिए गठित की गईं टीमों में पंचायत सचिव, पटवारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया गया। टीम में शामिल लोगों को उपभोक्ताओं का सत्यापन करने के लिए घर-घर पहुंचना था। मगर पंचायत सचिव, पटवारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा इसमें सहयोग नहीं दिया जा रहा है। बताया गया है कि पटवारी, पंचायत सचिव और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा इस कार्य में सहयोग न दिए जाने के संबंध में बीते रोज ज्ञापन भी दिए गए। ऐसे में सत्यापन का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है, जिससे सत्यापन का कार्य न सिर्फ पिछड़ता जा रहा है, बल्कि विभागीय अधिकारियों पर भी काम का दबाब बढ़ रहा है।

1 लाख 6 हजार 800 परिवार हैं जिले में

यहां बताना होगा कि जिले में एक लाख 6 हजार 800 ऐसे परिवार है। जिनका इस एप के माध्यम से सत्यापन किया जाएगा। अभी सत्यापन के लिए जो दल बनाए गए थे, उनको घर-घर जाकर उपभोक्ताओं का सत्यापन करना था। एक दल को 200 परिवारों का सत्यापन करना था। बताया गया है कि सत्यापन के दौरान जो उपभोक्ता अपात्र मिलेगा, उसका खाद्यान्न मिलना बंद हो जाएगा।
पटवारी, पंचायत सचिव और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सत्यापन कार्य में सहयोग नहीं मिल रहा है। जिस कारण सत्यापन कार्य रुका हुआ है। इस संबंध में सोमवार को कलेक्टर महोदय की अध्यक्षता में बैठक होगी। बैठक के बाद ही सत्यापन कार्य की गति पकडऩे की स्थिति साफ होगी।
एनएस चौहान, सहायक आपूर्ति अधिकारी, श्योपुर
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