बताते हैं कि इससे पहले भी इस बच्चे को एनआरसी में भर्ती कराने के लिए परिजनों को समझाइश दी गई थी, लेकिन उन्होंने बच्चे को भर्ती नहीं कराया था। बल्कि ग्रोथ मॉनीटर से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुएएनआरसी जाने से साफ इनकार कर दिया गया था। शुक्रवार को ग्रोथ मॉनीटर विनोद आर्य, अजय आर्य व धीरज राठौर कुपोषित बच्चे के पिता से मिले। करीब दो घंटे तक उसे समझाया गया।
दो से तीन घंटे की काउंसलिंग के बाद पिता बच्चे को एनआरसी भर्ती करने के लिए तैयार हुआ। इसके बाद 108 एम्बुलेंस की मदद से कराहल एनआरसी में बच्चे को भर्ती कराया जा सका।