मुख्य नहर काटने से डाउनस्ट्रीम (टेल क्षेत्र) वाले किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। चंद किसानों ने खुद की सहूलियत की खातिर नहर काटकर अन्य किसानों को मुश्किल में डाल दिया है। गौर करने वाली बात यह है कि जल संसाधन विभाग पर पानी की चोरी रोकने के लिए मानीटरिंग करने के निर्देश हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा मानीटरिंग नहीं किए जाने से इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही हैं। शिकायत के बाद विभाग हरकत में आकर संबंधितों के खिलाफ एक्शन लेता है।
सर्वे टीम की रिपोर्ट के बाद इन के खिलाफ दिया आवेदन
मुख्य नहर को काट लिए जाने की शिकायत के बाद सर्वे टीम द्वारा किए गए निरीक्षण के बाद मैदावली के नरेश जाटव पुत्र कुंदन जाटव, वीरा रावत पुत्र श्रीपति रावत, माखन रावत पुत्र केदार रावत सियाराम रावत पुत्र स्वरूप रावत, लालपति जाटव पुत्र भुल्लन जाटव, विजय रावत पुत्र रमेश रावत, सहदेव रावत पुत्र नारायण रावत, दौजी जाटव पुत्र भोंरु जाटव व पत्तू जाटव पुत्र भोंरु जाटव पर एफआईआर दर्ज करने के लिए जल संसाधन विभाग ने थाने में आवेदन दिया है।
मुख्य नहर को काट लिए जाने की शिकायत के बाद सर्वे टीम द्वारा किए गए निरीक्षण के बाद मैदावली के नरेश जाटव पुत्र कुंदन जाटव, वीरा रावत पुत्र श्रीपति रावत, माखन रावत पुत्र केदार रावत सियाराम रावत पुत्र स्वरूप रावत, लालपति जाटव पुत्र भुल्लन जाटव, विजय रावत पुत्र रमेश रावत, सहदेव रावत पुत्र नारायण रावत, दौजी जाटव पुत्र भोंरु जाटव व पत्तू जाटव पुत्र भोंरु जाटव पर एफआईआर दर्ज करने के लिए जल संसाधन विभाग ने थाने में आवेदन दिया है।
दूसरी बार दिया आवेदन
नहर काटे जाने की शिकायत जल संसाधन विभाग के अफसर विजयपुर थाने में पहले भी कर चुके हैं। साथ ही नहर काटने वालों पर मामला दर्ज करने आवेदन भी दिया जा चुका था, लेकिन थाना स्तर पर कार्रवाई न किए जाने के बाद विभाग को दूसरी बार आवेदन देकर मामला दर्ज करने की गुहार लगाना पड़ी है। पुलिस जल संसाधन विभाग के आवेदन को गंभीरता ने नहीं ले रही है।
इधर पानी न मिलने से सूख रही फसल
डाबरसा जलालपुर के किसानों को पिछले 15-20 दिन से सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह नहर में पानी कम होना है। लिहाजा गेंहू की फसल खराब होने का अंदेशा होने पर किसानों से प्रेमसर नहर पर पानी रोकने का प्रयास किया है। किसान संबंधित विभाग से पानी की मांग कर चुका है, लेकिन सुनवाई न होने के चलते किसान नहर का पानी बीच में रोकने को मजबूर हो रहे हैं।
नहर काटे जाने की शिकायत जल संसाधन विभाग के अफसर विजयपुर थाने में पहले भी कर चुके हैं। साथ ही नहर काटने वालों पर मामला दर्ज करने आवेदन भी दिया जा चुका था, लेकिन थाना स्तर पर कार्रवाई न किए जाने के बाद विभाग को दूसरी बार आवेदन देकर मामला दर्ज करने की गुहार लगाना पड़ी है। पुलिस जल संसाधन विभाग के आवेदन को गंभीरता ने नहीं ले रही है।
इधर पानी न मिलने से सूख रही फसल
डाबरसा जलालपुर के किसानों को पिछले 15-20 दिन से सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह नहर में पानी कम होना है। लिहाजा गेंहू की फसल खराब होने का अंदेशा होने पर किसानों से प्रेमसर नहर पर पानी रोकने का प्रयास किया है। किसान संबंधित विभाग से पानी की मांग कर चुका है, लेकिन सुनवाई न होने के चलते किसान नहर का पानी बीच में रोकने को मजबूर हो रहे हैं।
वर्जन
निरीक्षण के बाद नहर काटने वाले मैदावली के नौ किसानों पर मामला दर्ज कराने के लिए विजयपुर थाने में आवेदन दिया है। पहले भी हम आवेदन दे चुके हैं।
जितेन्द्र राठौर, सब इंजीनियर, डब्ल्यूआरडी
जल संसाधन विभाग, विजयपुर
निरीक्षण के बाद नहर काटने वाले मैदावली के नौ किसानों पर मामला दर्ज कराने के लिए विजयपुर थाने में आवेदन दिया है। पहले भी हम आवेदन दे चुके हैं।
जितेन्द्र राठौर, सब इंजीनियर, डब्ल्यूआरडी
जल संसाधन विभाग, विजयपुर