scriptराजस्थान की मतदाता सूची में मिले श्योपुर के लोगों के नाम | The names of people from Sheopur found in Rajasthan's voter list | Patrika News

राजस्थान की मतदाता सूची में मिले श्योपुर के लोगों के नाम

locationश्योपुरPublished: Nov 27, 2020 10:49:30 pm

सवाईमाधोपुर जिले की खंडार तहसील क्षेत्र की मतदाता सूची में मिले नामखंडार तहसीलदार ने श्योपुर एसडीएम को पत्र लिखकर भी मांगी जानकारी

राजस्थान की मतदाता सूची में मिले श्योपुर के लोगों के नाम

कलेक्ट्रेट भवन श्योपुर।

पत्रिका-एक्सक्लूसिव


श्योपुर. आरक्षण का लाभ लेने के लिए श्योपुर जिले के कुछ लोगों ने न केवल राजस्थान की मतदाता सूची में नाम जुड़वा लिया, बल्कि वहां से मूल निवासी और जाति प्रमाण-पत्र भी बनवा लिए, जबकि ये लोग वहां रहते भी नहीं हैं। ये मामला सामने आया है सवाईमाधोपुर जिले की खंडार तहसील के ग्राम पीपल्दा में। शिकायत के बाद हुई प्रारंभिक जांच में पाया गया कि पीपल्दा की मतदाता सूची में कुछ लोगों के नाम पाए गए हैं, जो श्योपुर जिले के निवासी हैं। यही वजह है कि अब खंडार एसडीएम ने श्योपुर एसडीएम को भी एक पत्र भेजकर इन संबंधित लोगों के बारे में जानकारी मांगी है।
बताया गया है कि राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले की खंडार तहसील के ग्राम पीपल्दा की मतदाता सूची में फर्जी तरीके से श्योपुर जिले के नाम होने शिकायत की खंडार तहसीलदार को किसी स्थानीय ग्रामीण ने की। जिसमें बताया गया कि राजस्थान में आरक्षण का लाभ लेने के लिए श्योपुर के विभिन्न गांवों के कुछ लोगों ने पीपल्दा में अपने रिश्तेदारों की मदद से मतदाता सूची में नाम जुड़वा लिए और उसके आधार पर मूल निवासी व जाति प्रमाण-पत्र भी बनवा लिए। इस शिकायत के बाद तहसीलदार खंडार की प्रारंभिक जांच में इस तरह के नाम सामने आने के बाद श्योपुर एसडीएम को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है कि क्या ये लोग आपके क्षेत्र में निवास कर रहे हैं या नहीं, इनके नाम श्योपुर की मतदाता सूची में भी हैं क्या। क्या ये लेाग एमपी में सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं और क्या राजस्थान के जाति प्रमाण-पत्र से ये लोग सरकारी सेवा में लगे हुए हैं। आदि सहित कई प्रकार की जानकारी राजस्थान के अफसरों ने श्योपुर से मांगी है। खंडार से पत्र आने के बाद श्योपुर एसडीएम ने भी तहसीलदार को जांच के निर्देश दे दिए हैं।

श्योपुर के इन लोगों के मिले नाम


खंडार तहसीलदार श्योपुर एसडीएम को भेजे गए पत्र के मुताबिक राजस्थान के ग्राम पीपल्दा में श्योपुर जिले के विभिन्न गांवों के जिन लोगों के नाम मतदाता सूची में दर्ज मिले हैं, उनमें गोवर्धन मीना पुत्र गीताराम मीना (21) निवासी दलावड़ा, रामबलवान मीना पुत्र सियाराम मीना (33) निवासी सोंईकला, रामजीलाल मीना पुत्र बाबूलाल मीना (31) निवासी ग्राम चौंपना, मुकेश मीना पुत्र रमेश मीना (36) निवासी दांतरदा, बृजेश मीना पुत्र बाबूलाल मीना (36) निवासी ग्राम शंकरपुर आदि बताए गए हैं। बताया गया है कि राजस्थान में पिछले महीनों में हुए पंचायत चुनावों में भी इस गांव में हार-जीत का अंतर काफी कम रहा है, जिसके चलते भी मतदाता सूची के फर्जी नाम जुडऩे की शिकायत का मामला सामने आया है।

…तो हो सकती है एफआइआर


खंडार तहसीलदार देवी सिंह के मुताबिक यदि इन लोगों के नाम दोनों जगहों की मतदाता सूची में होंगे, तो एक जगह से जहां नाम कटेगा। इसके साथ ही यदि फर्जी तरीके से जाति प्रमाण-पत्र और मूल निवासी प्रमाण-पत्र बनवाए होंगे तो संबंधितों पर एफआइआर भी कराई जा सकती है और फर्जी जाति प्रमाण-पत्र से नौकरी मिल गई होगी तो नौकरी भी जा सकती है।

श्योपुर के निवासियों के नाम राजस्थान की मतदाता सूची में होने की शिकायत की जांच के लिए एक पत्र खंडार एसडीएम के माध्यम से आया है। जिसके लिए हमने तहसीलदार को जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं।
रूपेश उपाध्याय, एसडीएम, श्योपुर

पीपल्दा गांव की मतदाता सूची में एमपी के लोगों के नाम उनके रिश्तेदारों के माध्यम से फर्जी तरीके से जुड़वाने की शिकायत हुई है, जिसकी जांच की जा रही है। इसके लिए हमने श्योपुर से भी जांच रिपोर्ट मांगी है।
देवी सिंह, तहसीलदार, खंडार
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो