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व्यापारियों ने बंद की खरीदी, भड़के किसान, किया हंगामा, लगाया जाम

locationश्योपुरPublished: Apr 27, 2019 08:27:56 pm

Submitted by:

jay singh gurjar

व्यापारियों ने बंद की खरीदी, भड़के किसान, किया हंगामा, लगाया जामचार घंटे बंद रही मंडी, परेशान होते रहे किसान, प्रशासन के दखल के बाद शाम चार बजे चालू हुई बोली

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व्यापारियों ने बंद की खरीदी, भड़के किसान, किया हंगामा, लगाया जाम

श्योपुर,
कृषि मंडी श्योपुर में शनिवार की दोपहर को व्यापारियों द्वारा अचानक खरीदी बंद करने से किसान भड़क गए और हंगामा कर दिया। यही नहीं बोली नहीं लगने से आक्रोशित किसानों ने श्योपुर-कोटा हाइवे पर भी जाम लगा दिया। हालांकि लगभग 20 मिनट तक लगे जाम को पुलिस ने खुलवा दिया, लेकिन मंडी कैंपस में घंटों तक हंगामा होता रहा।
इस दौरान पहुंचे नायब तहसीलदार शिवराज मीणा, टीआई सुनील खेमरिया और मंडी सचिव एसपीएस सिकरवार ने व्यापारियों से चर्चा की और आपसी समझाईश के बाद शाम 4 बजे के आसपा पुन: खरीदी प्रारंभ हुई। इस दौरान लगभग चार घंटे तक मंडी में किसान परेशान होते रहे।
शनिवार की सुबह यूं तो अन्य दिनों की तरह मंडी खुली और सुबह 11 बजे खरीदी भी प्रारंभ हुई, लेकिन दोपहर 12 बजे के आसपास पाक्षिक रिपोर्ट की आड़ में मंडी से माल निकासी रोके जाने का आरोप लगाते हुए व्यापारी भड़क गए और अचानक खरीदी बोली बंद कर दी और एकत्रित होकर चले गए। नीलामी प्रक्रिया के बीच में ही व्यापारियों के इस रुख से किसान भी भड़क गए और हंगामा शुरू हो गया। किसानों का कहना था कि धूप में हम भूखे प्यासे यहां बैठे हैं और व्यापारी अचानक बोली बंद कर चले गए। इस दौरान किसानों ने पहले तो मंडी में हंगामा किया फिर एकत्रित होकर श्योपुर-कोटा हाइवे पर पहुंच गए, जहां मंडी रोड के सामने ही जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को एफआइआर का डर दिखाकर जाम खुला दिया। इस दौरान लगभग 20 मिनट तक जाम की स्थिति रही।
जाम खुलने के बाद किसान एकत्रित होकर मंडी में पहुंचे, जहां नायब तहसीलदार मीणा, टीआई खेमरिया ने सचिव सिकरवार से चर्चा की और व्यापारियों के खरीदी बंद करने का कारण पूछा। इस दौरान अफसरों ने फोन लगाया तो व्यापारियों ने कहा कि मंडी सचिव व कर्मचारी पाक्षिक रिपोर्ट के नाम पर परेशान करते हैं। हम रिपोर्ट दे चुके हैँ, उसके बाद भी माल निकासी रोक दी जाती है। व्यापारियों ने फोन पर टैक्स वसूली वाली शाखा देखने वाली महिला कर्मी सीमा कौशल को हटाने की मांग की। इस दौरान तीनों अफसर व्यापारियों से चर्चा करने बाजार में आ गए, लेकिन इसके खरीदी शुरू नहीं होने से आक्रोशित किसानों ने हंगामा कर दिया और मंडी कर्मचारियों को भी कमरों से बाहर निकाल दिया।
व्यापारियों की हठधर्मिता शनिवार को उस समय देखने केा मिली, जब मंडी मेें बैठे अफसर उनसे चर्चा करने के लिए बाजार में आए। नायब तहसीलदार, टीआई और सचिव सब्जी मंडी के पास स्थिति व्यापार मंडल के अध्यक्ष के घर पर पहुंचे और यहां चर्चा की। इस दौरान व्यापारियों ने अपनी बात रखी और लगाताार पाक्षिक रिपोर्ट देने के बाद भी अनावश्यक माल निकासी पर रोक लगाए जाने की बात कही। काफी देर तक चली चर्चा के बाद व्यापारी खरीदी के लिए राजी हुए और शाम 4 बजे पुन: खरीदी शुरू हुई।
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