scriptखरीद कर पीना पड़ रहा आदिवासी समुदाय को पानी | The tribal community has to buy and drink water | Patrika News

खरीद कर पीना पड़ रहा आदिवासी समुदाय को पानी

locationश्योपुरPublished: Jun 13, 2021 09:38:46 pm

Submitted by:

Anoop Bhargava

-कराहल की तीन बस्तियों में पानी का संकटपत्रिका अभियान…नियमित हो पेयजल सप्लाई

खरीद कर पीना पड़ रहा आदिवासी समुदाय को पानी

खरीद कर पीना पड़ रहा आदिवासी समुदाय को पानी

कराहल
ऐसे परिवार जो बीपीएल अंत्योदय का राशन एक रुपए में खरीदकर अपने पेट की आग बुझा रहे हैं। उनको पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। पानी संकट के चलते 15 लीटर पानी 10 रुपए में यह लोग खरीदने को मजबूर हैं। जनवरी माह से कराहल की तीन बस्तियों में लगे सरकारी बोरिंग व हैंडपंप सूख जाने से पेयजल की आपूर्ति ठप हो गई है। इसके बाद भी जिम्मेदारों ने अब तक यहां की सुध नहीं ली है।
उल्लेखनीय है कि वर्षों पहले नलजल योजना की पाइप लाइन बिछाई गई थी वह भी जर्जर होकर टूट गई है। नलों का पानी भी नहीं पहुंच पा रहा है। ग्राम पंचायत, जनपद से लेकर विधायक को अपनी बात बताने के बाद आदिवासी समुदाय के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। जिन स्थानों से यह लोग पानी भर ला रहे हैं वहां भीड़ लग जाने से अधिकारी कोविड के नियमों का पालन करने के लिए इनको डराते धमकाते हैं।
समस्या की जानकारी होने के बाद भी अधिकारी अनजान
कराहल कस्बे की आदिवासी बस्ती के लोग निजी बोरिंगों के संचालकों से दस रुपए में पानी खरीद कर पी रहे हैं। ग्राम पंचायत पेयजलापूर्ति के लिए प्रबंध नहीं कर पा रही है, सालों पहले लगी नलजल योजना की जर्जर होकर खऱाब डली हैं, सरकारी बोर का पानी जनवरी फऱबरी माह में सूख गया। अब निजी बोरिंग के सहारे लोग प्यास बुझा रहे है । उदमपुरा ,सुखाखारा , आचार वाला सहराना , आमवाला में पानी की समस्या से लोग बेहाल है। ग्राम पंचायत, जनपद को शिकायत करने के साथ क्षेत्रीय विधायक सीतराम आदिवासी को पीने के पानी कीसमस्या हल करने की मांग कर चुके हैं।
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