यूं तो बुधवार को भी शहर के आसमान पर बादल छाए रहे, लेकिन रात में ये बादल घने हो गए और गुरुवार की सुबह 6.50 बजे अचानक बारिश शुरू हो गई। इस दौरान कभी तेज तो रिमझिम बारिश का ये दौर लगभग एक घंटे तक जारी रही। जिससे शहर पानी-पानी नजर आया। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी सुबह से ही बारिश शुरू हो गई जो काफी देर तक जारी रही। शहर में 6 मिमी बारिश रिकार्ड हुई। जिससे न केवल सर्दी बढ़ गई बल्कि सुबह के समय स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। चूंकि अभी अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं चल रही हैँ, लिहाजा सुबह की शिफ्ट वाले बच्चे काफी परेशान हुए।
बादल छाने के कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। लेकिन 7 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के कारण दिन भर सर्दी का असर रहा और लोग दिन भर गर्म कपड़ों में ही नजर आए। गुरुवार को न्यूतनम तापमान 14 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
रबी फसलों के लिए अमृत समान है मावठ
बेमौसम हुई मावठ की बारिश रबी फसलों के लिए अमृत समान है। यही वजह है कि मावठ ने खेतों में अमृत बरसाया है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार मावठ की बरसात रबी की फसल के लिए अमृत के समान होती है। इससे रबी की फसल का फूटान अच्छा होता है। मावठ से एक सिंचाई के एक पानी की भी बचत हो जाती है।