जिले में मानसून की सक्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 100 दिन के मानसून में जिले में 73 दिन बारिश हुई है। श्येापुर जिले में यूं तो मानसून की दस्तक 20 से 25 जून के बीच हो जाती है, लेकिन इस बार ये 3 जुलाई को श्योपुर पहुंचा। जिसके बाद फिर कुछ दिन थम गया, लेकिन जुलाई के दूसरे पखवाड़े में मानसून ऐसा सक्रिय हुआ कि अक्टूबर के के पहले सप्ताह में भी जिले में बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक गत 10 अक्टूबर केा मानसून जिले से विदा हो गया। क्योंकि मानसून में चल रही दक्षिण व पूर्व दिशा की हवाएं बंद होकर अब उत्तर-पश्चिम की हवाएं चलने लगी है। यही वजह है कि 3 जुलाई से 10 अक्टूबर तक के 100 दिनों में इस बार जिले में 73 दिन बारिश हुई है। इन 73 दिनों में जिले में कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश हुई और कुल 974.4 मिमी बारिश हुई, जो जिले की सामान्य औसत बारिश 8 22 मिमी से 118 .5 मिमी ज्यादा है। यानि इस बार 18 .7 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।
गिरने लगा रात का पारा, शुष्क होने लगा मौसम
मानसून की विदाई के बाद अब रात का पारा गिरने लगा है और मौसम भी शुष्क होने लगा है। जिसके चलते सर्दी का मौसम आने के संकेत आने लगे हैं। पिछले तीन दिनों से उत्तर से पश्चिम दिशा की ओर हवा चलने लगी है। इससे दिन का तापमान तो स्थिर है, लेकिन रात के तापमान में गिरावट आने से ठंडक आने लगी है। उत्तर से आने वाली हवा अपने साथ हिमालय से ठंडक लेकर आती है। यही वजह है कि पिछले हफ्ते तक 24-25 डिग्री से ऊपर चल रहा रात का तापमान अब 20 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। जिसके चलते रात में ओस गिरने लगी है।
विदा हो गया मानसून
जिले से मानसून की विदाई हो गई है। इस बार जिले में मानसून अच्छा रहा है और सामान्य से ज्यादा बारिश हुई। अब उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से रात के तापमान में भी गिरावट आने लगी है।
रमेश शर्मा
मौसम प्रेक्षक, श्योपुर
जिले में बीते 9 सालों में कुल बारिश की स्थिति
वर्ष बारिश
२०१९ 974.4
2018 955.7
2017 406 .4
2016 8 49.0
2015 545.0
2014 718 .7
२०१३ १११७.६
201२ 8 6 5.1
२०११ १०३५.८