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गेहूं के खेतों से ले जानी पड़ी अर्थी

locationश्योपुरPublished: Mar 19, 2019 08:48:57 pm

Submitted by:

jay singh gurjar

गेहूं के खेतों से ले जानी पड़ी अर्थीबिजरपुर में श्मशान घाट के रास्ते पर अतिक्रमण से परेशान लोग

sheopur

गेहूं के खेतों से ले जानी पड़ी अर्थी

श्योपुर,
तमाम दावों के बाद भी जिले में मुक्तिधामों की स्थिति नहीं सुधर रही है। इसी की बानगी सोमवार को ग्राम बिजरपुर में देखने को मिली, जब रास्ता न होने के कारण एक वृद्धा महिला के निधन के बाद अंतिम संस्कार को अर्थी गेहूं के खेतों से होकर ले जाने पड़ी।
ग्रामीणों ने बताया कि श्योपुर विकासखंड के ग्राम बिजरपुर में सोमवार को रामनाथी पत्नी बंशीलाल सुमन (65 साल) का निधन हो गया। इसके बाद परिजन व ग्रामीण जब अंतिम संस्कार के लिए उनकी अर्थी श्मशाम ले जाने लगे तो वहां जाने का रास्ता नहीं था। यही वजह रही कि ग्रामीण जैसे-तैसे गेहूं के खेतों से होकर निकलते हुए श्मशान घाट पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि रास्ता ही नहीं बल्कि श्मशान घाट भी अतिक्रमण की चपेट में है।
अन्य गांवों में भी अतिक्रमण
जहां एक ओर बिजरपुर के श्मशान के रास्ते में अतिक्रमण है, वहीं दूसरी ओर जिले के अन्य ग्रामीण क्षेत्र में भी मुक्तिधामों की तस्वीर कोई जुदा नहीं है। आलम यह है कि कई गांवों में भी मुक्तिधाम तक अर्थी ले जाने के लिए रास्ते तक नहीं है और मुक्तिधाम की जमीनों पर फसलें हो रही है। गत बारिश के सीजन में हम देख भी चुके हैं, जब ग्रामीण इलाकों में मुक्तिधाम के लिए अर्थियां खेतों में भरे पानी में से निकालनी पड़ी।
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