तालाब पर श्रमदान करने के लिए उमड़े श्रमवीर
श्योपुरPublished: May 20, 2019 08:34:35 pm
कराहल में अमृतं जलम् अभियान का दूसरा दिन
तालाब पर श्रमदान करने के लिए उमड़े श्रमवीर
श्योपुर
जल है तो कल है, जल संरक्षण के उद्देश्य से पत्रिका ने अमृतं जलम् अभियान की शुरूआत रविवार से की। सोमवार को अभियान के दूसरे दिन सत्यनारायण मंदिर स्थित छोटे तालाब पर श्रमदान करने के लिए श्रमवीर पहुंचे। कस्बे के समाजसेवी, युवा, शिक्षक, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने श्रमदान कर तालाब के गहरीकरण के लिए खुदाई की। बच्चों भी इस अभियान का हिस्सा बने।
कस्बे के बीचों-बीच बसा छोटा तालाब वर्तमान में सूखा पड़ा हुआ है। इस तालाब का गहरीकरण करने और आसपास के क्षेत्रों के जल स्त्रोतों को रिचार्ज करने का बीड़ा पत्रिका ने अमृत जलम् अभियान के तहत उठाया है। सोमवार की सुबह साढ़े छह बजे के करीब श्रमवीरों ने तालाब के गहरीकरण के लिए गेंती, फावड़े चलाए और वहां की मिट्टी टै्रक्टर ट्रॉली में फेंकी। खास बात ये रही कि छोटा तालाब सत्यनारायण भगवान के जयघोष से गूंजता रहा।
यह बोले श्रमदान करने वाले लोग
जल पर ध्यान देना चाहिए
जल है तो कल है। लेकिन समाज और संगठन ध्यान नहीं देते। जल के बिना जीवन शून्य है, सभी विकास को रोककर जल पर ध्यान देना चाहिए।
अनिल राठौर, स्थानीय निवासी
पानी संग्रहित करने का अच्छा प्रयास
जल संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करने जागरूकता की जरुरत है। बारिश के पानी को संग्रहित करने का पत्रिका का यह अभियान अच्छा प्रयास है।
-गंगा आदिवासी, स्थानीय निवासी
यह पुनीत कार्य है
अमृतमं जलम अभियान समाज के लिए महत्वपूर्ण है। यह पुनीत कार्य है, इससे लोगों में पानी को लेकर चेतना पैदा होगी। समाज में चेतना का विकास होगा।
कमल किशोर खंडेलवाल, शिक्षक
ऐसे कार्य होते रहना चाहिए
पत्रिका ऐसे कार्य करती रहे, हम पत्रिका के अभियान के साथ हैं। छोटा तालाब लंबे समय से बदहाली का शिकार है अब इसके दिन फिरेंगे।
-राधेश्याम सेन, स्थानीय निवासी
सराहनीय है पहल
पत्रिका द्वारा गहरीकरण को लेकर आरंभ की गई मुहिम सराहनीय है। निश्चित रूप से यह मुहिम कारगर साबित होगी। कराहल कस्बे के लिए भी फायदेमंद होगी।
डॉ.राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी, स्थानीय निवासी