बताया गया है कि शासन के नगरीय प्रशासन विभाग ने श्योपुर में अन्य ट्रेडों की बजाय केवल कंप्यूटर डाटा एंट्री ऑपरेटर की ट्रेनिंग की ही व्यवस्था की और इसके लिए एक सेंटर भी निर्धारित किया। बताया गया है कि नपा प्रशासन द्वारा पहले चरण में 233 युवाओं का चयन कर संबंधित कंप्यूटर सेंटर पर भेजा गया, लेकिन सेंटर पर डेढ़ माह में एक भी दिन कुछ नहीं सिखाया गया, ये बीते रोज प्रशासन की टीम के निरीक्षण में सामने आ चुका है। वहीं 431 में से शेष युवा तो अभी घर पर बैठकर इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें भी कोई ट्रेनिंग मिलेगी।
भत्ता भी महज 72 को ही मिला
यूं तो 431 युवाओं ने योजना में अपना पंजीयन कराया है, लेकिन ट्रेनिंग के दौरान बेरोजगारी भत्ता भी अभी महज 72 युवाओं को ही मिला है। इसमें भी कुछ को 4 हजार रुपए मिले हैं तो किसी के अटेंडेंस कम होने पर राशि काट ली गई है। बताया गया है कि पंजीकृत युवाओं को प्रतिदिन टे्रनिंग सेंटर पर तो अटेंडेंस करानी है, साथ ही नपा में भी प्रतिदिन बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करानी पड़ती है। इसी उपस्थिति के आधार पर भत्ता मिलने की बात कही जा रही है।