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श्योपुर में युवाओं को न ट्रेनिंग मिली न बेरोजगारी भत्ता

locationश्योपुरPublished: Jun 01, 2019 07:33:41 pm

Submitted by:

jay singh gurjar

श्योपुर में युवाओं को न ट्रेनिंग मिली न बेरोजगारी भत्ताबेरोजगार युवाओं के लिए शुरू की गई प्रदेश सरकार की युवा स्वाभिमान योजना श्योपुर में उद्देश्य से भटकी, पंजीकृत 431 युवाओं में से अभी तक न तो बेरोजगार भत्त मिलने लगा है और न ही विभिन्न ट्रेडों की ट्रेनिंग

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श्योपुर में युवाओं को न ट्रेनिंग मिली न बेरोजगारी भत्ता

श्योपुर,
बेरोजगार युवाओं का कौशल निखारने और उन्हें बेरोजगार भत्ता प्रदान करने के नाम पर प्रदेश सरकार द्वारा प्रारंभ की गई युवा स्वाभिमान योजना श्योपुर जिले में औंधे मुंह गिरी नजर आ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि योजना में पंजीकृत युवाओं में से अभी तक न तो सभी को कौशल विकास की ट्रेनिंग मिल पाई है और न ही सभी को बेरोजगारी भत्ते के रूप में राशि मिली है।
हालांकि नपा में पंजीकृत युवाओं में से नपा प्रशासन द्वारा 233 को कंप्यूटर में डाटा एंट्री ऑपरेटर की ट्रेनिंग दिए जाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन इस टे्रनिंग और इस ट्रेनिंग सेंटर की पोल बीते रोज नायब तहसीलदार की टीम के छापे में खुल ही गई है। जाहिर है कि सरका की ये युवा स्वाभिमान योजना श्योपुर के बेरोजगार युवाओं को न तो कोई स्वाभिमान दे पाई और न ही युवाओं का कौशल विकास उन्नत कर पाई है।
विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में बनी नई सरकार ने शहरी बेरोजगार युवाओं के लिए युवा स्वाभिमान योजना प्रारंभ की। इसी के तहत नगरीय निकायों योजना का क्रियान्वयन करने के आदेश जारी हुए और दो दर्जन से अधिक ट्रेडों में 100 दिवसीय प्रशिक्षण की बात कही गई। योजना लागू होने के बाद श्योपुर नगरपालिका में 431 युवाओं ने अपना पंजीयन कराया, लेकिन अभी तक कंप्यूटर ट्रेनिंग छोड़कर अन्य किसी टे्रड में श्योपुर में युवाओं की ट्रेनिंग नहीं हो पाई है। वहीं कंप्यूटर की ट्रेनिंग भी भगवान भरोसे ही चल रही है।
कंप्यूटर के लिए पहले चरण में 233 की ट्रेनिंग के दावे
बताया गया है कि शासन के नगरीय प्रशासन विभाग ने श्योपुर में अन्य ट्रेडों की बजाय केवल कंप्यूटर डाटा एंट्री ऑपरेटर की ट्रेनिंग की ही व्यवस्था की और इसके लिए एक सेंटर भी निर्धारित किया। बताया गया है कि नपा प्रशासन द्वारा पहले चरण में 233 युवाओं का चयन कर संबंधित कंप्यूटर सेंटर पर भेजा गया, लेकिन सेंटर पर डेढ़ माह में एक भी दिन कुछ नहीं सिखाया गया, ये बीते रोज प्रशासन की टीम के निरीक्षण में सामने आ चुका है। वहीं 431 में से शेष युवा तो अभी घर पर बैठकर इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें भी कोई ट्रेनिंग मिलेगी।

भत्ता भी महज 72 को ही मिला
यूं तो 431 युवाओं ने योजना में अपना पंजीयन कराया है, लेकिन ट्रेनिंग के दौरान बेरोजगारी भत्ता भी अभी महज 72 युवाओं को ही मिला है। इसमें भी कुछ को 4 हजार रुपए मिले हैं तो किसी के अटेंडेंस कम होने पर राशि काट ली गई है। बताया गया है कि पंजीकृत युवाओं को प्रतिदिन टे्रनिंग सेंटर पर तो अटेंडेंस करानी है, साथ ही नपा में भी प्रतिदिन बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करानी पड़ती है। इसी उपस्थिति के आधार पर भत्ता मिलने की बात कही जा रही है।

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