पीडि़त द्वारिका राठौर निवासी पाचौं धवाईपुरा वीरपुर ने बताया कि गुरुवार की दोपहर भतीजा विजय राठौर चाय की दुकान पर था। तभी वहां वीरपुर थाना प्रभारी जादौन, एएसआई सुरेश धाकड़ व पुलिस कर्मी पहुंचे और उसे पूछताछ के बहाने बीहड़ में लेकर चले गए। जहां पुलिस ने विजय को नंगा कर पीटा। फिर भतीजे से फोन लगवाकर मुझे हनुमान मंदिर पर बुलाया। मेरे वहां पहुंचने पर एएसआई धाकड़ ने मेरा मोबाइल छीन लिया। इसके बाद वह मुझे व भतीजे को गऊ घाट पर ले गए, जहां मारपीट की। यहां से पुलिसकर्मी हमें रघुनाथपुर थाने लेकर गए जहां एसडीओपी मौजूद थे। वहां हमारी रिश्तेदार महिला गीता राठौर को बुलाकर मारा पीटा गया। इसके बाद हमें वापस वीरपुर थाने ले आ जहां थाना प्रभारी ने कहा कि अगर शिकायत की तो केस में फंसा दूंगा। बताते हैं कि पीडि़तों पर दहेज हत्या के एक मामले में अपने रिश्तेदारों को छिपाने का आरोप है।