इस वर्ष अल्पवर्षा और सूखे के कारण अभी से कई गांवों में पेयजल संकट की स्थिति बन रही है, लेकिन अब इस दायरे में श्योपुर शहर भी आ रहा है। हालांकि पिछले दो महीनों में वाटर लेवल स्थिर था, लेकिन अब पिछले कुछ दिनों से वाटर लेवल गिर रहा है और 200 फीट के नीचे पहुंच गया है। यही वजह है कि शहर के छारबाग, साईं नगर, बसस्टैंड के पीछे वाली बस्ती, पीडब्ल्यूड रेस्ट हाउस के पास, वार्ड 11 आदि सहित अन्य इलाकों में 15 बोर फेल हो गई हैं, जिनमें आगे पाइप बढ़ाने की भी गुंजाइश नहीं है। हालांकि अब इन जगहों पर नपा प्रशासन दूसरी बोर कराकर पानी सप्लाई करने की तैयारी में है, लेकिन पानी की बर्बादी पर भी नपा प्रशासन सख्ती की तैयारी में है।
निर्धारित समय में ही चलेंगी बोर
शहर में लगभग एक सैकड़ा बोर हैं, जिनमें से पानी की सप्लाई हो रही है। लेकिन कई इलाकों में बोर दिन भर चलती रहती हैं या फिर लोग अपने मन से चला लेते हैं, जिससे पानी नालियों में बहता नजर आता है। यही वजह है कि अब नपा इन बोरों पर टाइम लिमिट तय कर रही है और यदि बोर चलते पाए गए तो पंप चालक पर भी कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही एक निरीक्षण दल भी गठित किया है, जो प्रतिदिन शहर के विभिन्न वार्डों में घूमकर पानी की बर्बादी रोकेगा।
इस बार अल्पवर्षा की स्थिति से शहर में भी पेयजल को लेकर गंभीर स्थिति उत्पन्न हो रही है। अभी 15 बोर फेल हो गए हैं, जिनके स्थान पर हम दूसरी बोर कराएंगे। लेकिन पानी का अपव्यय रोकने के लिए हमने निरीक्षण दल गठित कर दिया है, जो व्यर्थ पानी बहाने वालों को पहली बार समझाईश देगा, फिर भी नहीं मानेंगे तो 500 रुपए का जुर्माना भी लगाएंगे।
दौलतराम गुप्ता, अध्यक्ष, नगरपालिका श्योपुर
आओ, हम भी बचाएं पानी
-घरोंं में लगे नल कनेक्शन पर टोंटियां लगाएं।
-घरों में पानी भरने के बाद नलों केा बंद कर दें।
-बाइक व अन्य वाहन धोने के लिए नलों का उपयोग न करें।
-शहर में चल रहे अवैध धुलाई सेंटरों को बंद करें।
-घरों के बाहर सड़कों को धोने के लिए पानी न बहाएं।