शहर में ही कई बोर बीते दो दिन से पानी कम देने लगी हैं, जिससे कई घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। मंगलवार को फक्कड़ चौराहा के वार्ड-11 और 14 के कई मोहल्लों में पानी नहीं पहुंचा, जिसके कारण लोग परेशान रहे। वहीं कराहल, दांतरदा, ढोढर, विजयपुर, बड़ौदा आदि क्षेत्रों में भी लगातार भूजलस्तर गिर रहा है, जिससे हैंडपंप और ट्यूबवेल दम तोड़ रहे हैं।
ग्रामीणों ने पीएचई ईई को घेरा
मंगलवार को मानपुर क्षेत्र के ग्राम जैनी के बैरवा बस्ती के वाशिंदे कांग्रेस जिलाध्यक्ष बृजराज सिंह चौहान के साथ श्योपुर पहुंचे और पानी को लेकर ही पीएचई ईई पीआर गोयल का घेराव किया। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती में हैंडपंप खराब पड़े हैं और ग्रामीणों को नदी का पानी लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौहान ने भी कहा कि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो हम आंदोलन करेंगे। वहीं पीएचई गोयल ने आश्वासन दिया कि निश्चित रूप से पानी की व्यवस्था की जाएगी और मैं स्वयं जाकर मौके पर स्थिति देखूंगा और हैंडपंप व बोर चालू करवाएंगे।
बिजली नहीं मिलने से गोरस में पेयजल संकट
गोरस में पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण आठ सौ आदिवासी परिवार पानी के लिए भटक रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि गोरस में बिजली की समस्या है और वोल्टेज नहीं मिल रहे हैं। जिसके चलते बोर नहीं चल पा रही हैं। परिणामस्वरूप ग्रामीण एकमात्र बोर पर ही भरते नजर आते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गोरस आदिवासी बस्ती में 8 00 परिवार निवास करते हैं और यहां चार बोर हैं, लेकिन चारों पिछले महीनों से बंद पड़े हैं। एमात्र बोर चालू है, उस पर ही पूरी बस्ती निर्भर है, लेकिन यहां भी बिजली वोल्टेज पूरे नहीं मिलने से बोर नहीं चल पाती है। जिसके चलते कई बार विवाद की स्थिति भी बन जाती है।
दांतरदा में जलस्तर गिरने से बंद नल-जल योजना
दांतरदा गांव में संचालित नल-जल योजना ठप हो गई है। योजना की बोर का पानी बैठने से सप्लाई बंद हो गई है, जिससे एक पखवाड़े से जलसंकट व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि कस्बे में बीते एक पखवाड़े से घरों में नल नहीं आए हैं, जिसके कारण लोग पानी को लेकर परेशान हैं। हालांकि कुछ हैंडपंप चालू हैं, लेकिन ज्यादातर हैंडपंप भी बंद होने से स्थिति और विकराल हो रही है।