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कोटा बैराज से छोड़ा पानी चंबल नहर में आया

locationश्योपुरPublished: Aug 01, 2020 11:22:32 pm

Submitted by:

rishi jaiswal

किसानों की मांग के बाद मध्यप्रदेश के अफसरों ने भेजी डिमांड तो राजस्थान ने बढ़ाया पानी, पहले दिन मध्यप्रदेश की सीमा में आया 1100 क्यूसेक पानी

कोटा बैराज से छोड़ा पानी चंबल नहर में आया

कोटा बैराज से छोड़ा पानी चंबल नहर में आया

श्योपुर. अल्पवर्षा और खंडवर्षा के चलते सूखती खरीफ फसलों को अब कुछ राहत मिल सकेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि किसानों की मांग के बाद न केवल कोटा बैराज से चंबल नहर में पानी छोड़ा गया, बल्कि शनिवार को ये मध्यप्रदेश की सीमा में भी प्रवेश कर गया। शनिवार की सुबह मध्यप्रदेश-राजस्थान की सीमा पर स्थिति पार्वती एक्वाडेक्ट पर सुबह 6 बजे चंबल नहर का पानी क्रॉस कर मध्यप्रदेश की सीमा में पहुंचा। शनिवार को पहले दिन पार्वती एक्वाडेक्ट पर 1100 क्यूसेक पानी मिला है, जिसके और बढऩे की संभावना है। मप्र ने राजस्थान से 1500 क्यूसेक की डिमांड भेजी थी।
उल्लेखनीय है कि इस बार अल्पवर्षा के चलते खरीफ की फसलें प्रभावित हो रही हैं। यही वजह है कि बीते एक पखवाड़े से कोटा बैराज से चंबल नहर में पानी छोडऩे की मांग उठ रही थी। वहीं राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र के किसान भी मांग उठा रहे थे। यही वजह है कि राजस्थान सरकार ने अपने क्षेत्र की नहरों के लिए 2000 क्यूसेक पानी छोडऩे के आदेश जारी कर दिए, जिसके बाद 27 जुलाई को कोटा बैराज से चंबल दाईं और चंबल बाईं नहरों में पानी छोडऩा शुरू कर दिया। इसके बाद जिले के किसानों ने मांग तेज की और दबाव बना तो मध्यप्रदेश के जलसंसाधन विभाग के अफसरों ने 28 जुलाई को 1500 क्यूसेक की डिमांड भेजी। जिसके बाद 29 जुलाई को कोटा बैराज से डिस्चार्ज पानी की मात्रा 2000 क्यूसेक से बढ़ाकर 2500 क्यूसेक की गई। यही वजह है कि रविवार की सुबह 6 बजे चंबल नहर का पानी पार्वती एक्वाडेक्ट को क्रॉस कर मध्यप्रदेश की सीमा में पहुंच गया। वहीं दोपहर में बड़ौदा क्रॉस कर आगे बढ़ गया।

डिमांड के अनुसार जाएगा डिस्ट्रीब्यूटरियों में
चंबल मुख्य नहर में पानी आने के बाद जिले के जलसंसाधन विभाग के अफसर किसानों को सिंचाई का पानी डिस्ट्रीब्यूटरियों में देने की तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि अभी सभी डिस्ट्रीब्यूटरियां बंद की हुई हैं, लेकिन अफसरों का कहना है कि किसानों की जैसे जैसे डिमांड आएगी, उसके अनुसार उन डिस्ट्रीब्यूटरियों में चंबल नहर का पानी छोड़ा जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह जलसंसाधन विभाग मुरैना के एसई द्वारा मांगी जानकारी में श्योपुर कार्यपालन यंत्री सुभाष गुप्ता ने श्योपुर डिवीजन के लिए 600 क्यूसेक पानी की डिमांड भेजी थी।
एक लाख हेक्टेयर में हो चुकी है बोवनी
अल्पवर्षा के चलते इस बार जिले में खरीफ फसलों की बोवनी प्रभावित हो रही है, ऐसे में चंबल नहर का पानी आने से इसके कमांड क्षेत्र के किसानों की फसलों को पानी मिल सकेगा। जिले में लगभग एक लाख हेक्टैयर में खरीफ फसलों की बोवनी हो चुकी है। ऐसे में चंबल कमांड क्षेत्र में धान, सोयाबीन, उड़द, तिल आदि सहित अन्य खरीफ फसलों के एक बड़े रकबे के सैकड़ों किसानों की फसल को एक तरह से संजीवनी मिल जाएगी। चंबल नहर में पानी छोड़े जाने के लिए भाजपा किसान मोर्चा की जिला इकाई सहित अन्य किसान संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने मांग उठाई थी।
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