अवसर था कूनो और सामान्य वन मण्डल के द्वारा अनुभूति कार्यक्रम के तहत बच्चों को कूनो पार्क की सैर कराए जाने का। जिसपर दोनों रैंजों के द्वारा करीब तीन सैकड़ा बच्चों को ले जाया गया। श्योपुर के कूनो पार्क प्रबंधन के द्वारा सैसईपुरा, बांसेड, बांसरैया, छर्च आदि के बच्चों को सुबह आठ बजे बस द्वारा कूनो की सैर पर ले जाया गया। जब बच्चे कूनो के टिकटोली गेट से अंदर घुसे, वैसे ही उन्हें बस से थोड़ी सी दूर पर पैंथर दिखाई दिया। जिसे देखकर बस में सवार सभी बच्चे रोमांच से भर उठे और बस में सवार वनविभाग के अमले से जानवरों को लेकर सवाल करने लगे। इसके बाद बच्चों का दल कूनो नदी के किनारे स्थित रेस्ट हाउस पर पहुंचा। जहां पर कूनो नदी में मगरमच्छों को देखा, जो नदी में अठखेलियां करते हुए दिखाई दिए।
रोमांच से भरे बच्चों का दल ने जाखदा की तरफ करीब २ किमी की ट्रेकिंग की। इस दौरान इन बच्चों ने जंगल और जानवरों की न सिर्फ अनुभूति की बल्कि उनके विषय में साथ में मौजूद फोरेस्ट के अमले से सवाल किए। बच्चों ने इस दौरान पगमार्क देखकर जानवरों की पहचान करना सीखा, इसके विषय में बताई गई बातों को नोट किया। बच्चों ने इस दौरान जंगल के रास्तों को कैसे याद रखा जाए, जंगल में पानी के स्थान की पहचान कैसे की जाए इस बावत भी जाना और पेड़पौधों की भी जानकारी ली।