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अब निर्मल रहेगा सीप का जल

locationश्योपुरPublished: Dec 18, 2017 03:08:25 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

सीप नदी में मिलकर उसे दूषित बना रहे शहर के आधा दर्जन गंदे नालों का पानी होगा शुद्ध

seep river
श्योपुर. शहर की जीवन दायिनी कही जाने वाली सीप नदी का पानी अब दूषित नहीं होगा। वजह यह है कि सीप के पानी को दूषित बनाने वाले आधा दर्जन नालों के पानी को नपा अब शुद्ध करवाने वाटर ट्रीटमेंट प्लान लगवाने जा रही है। जिसकी डीपीआर निर्माण का टेंडर भी नगर पालिका प्रशासन द्वारा राजस्थान की एक कंपनी को दिया गया है।
जिसके विशेषज्ञों ने श्योपुर में पहुंचकर रविवार से डीपीआर निर्माण का कार्य भी शुरू कर दिया है। बताया गया है कि कंपनी को वाटर ट्रीटमेंट प्लान की डीपीआर बनवाए जाने का टेंडर दो लाख रुपए में दिया गया है। जिसकी मंजूरी और वर्क ऑर्डर जारी होते ही कंपनी के द्वारा यहां पर नालों का सर्वे करते हुए उनके पानी को शुद्ध करने के लिए डीपीआर बनाए जाने का कार्य शुरू कर दिया है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि आधा दर्जन नालों को शुद्ध करने के लिए विकसित किए जाने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लान पर करीब पांच करोड़ रुपए का व्यय आएगा। खासबात यह है कि वाटर ट्रीटमेंट प्लान नगर पालिका के लिए स्वच्छ भारत अभियान योजना से बनवाया जाएगा। जिसे शासन से भी शीघ्र मंजूरी मिलने की उम्मीद अफसरों के द्वारा जताई जा रही है। वजह साफ है कि इन दिनों राज्य और केन्द्र शासन का स्वच्छ भारत अभियान पर फोकस बना हुआ है और इसके लिए बजट भी कोई अधिक दिक्कत नहीं हो रही है।

सभी नालों को एक स्थान पर किया जाएगा शुद्ध
सीवेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की बनाई गई रूपरेखा के मुताबिक शहर के जो छह बड़े नाले हैं, उनका गंदा पानी एक जगह एकत्रित किया जाएगा। जहां पर इस गंदे पानी का ट्रीटमेंट करके उसे शुद्ध किया जाएगा। इसके बाद इसे नदी में छोड़ा जाएगा। जिससे गंदे नालों के मिलने की वजह से गंदा होने वाला सीप का पानी निर्मल बना रहेगा।

नालों से दूषित हो रहा नदी का पानी
उल्लेखनीय है कि शहर को दो तरफ से सीप नदी द्वारा घेरा हुआ है। यह नदी शहर की जीवनदायिनी कहलाती है। लेकिन शहर से निकलने वाले दर्जन भर से अधिक छोटे बड़े नाले सीधे सीप में ही जाकर गिरते हैं, जिससे नदी दिनों दिन दूषित होती जा रही है। नालों का गंदा और दूषित पानी सीधे नदी में गिरने से नदी का पानी पीने योग्य तो दूर नहाने योग्य भी नहीं रह जाता है। यही वजह है कि नगरपालिका अब सीप को साफ और स्वच्छ बनाने की कवायद के तौर पर वाटर ट्रीटमेंट प्लान तैयार करा रही है।

सीप नदी शहर की जीवनधारा है। उसका जल अगर शुद्ध बना रहता है, तो फिर उसका उपयोग विषम परिस्थितियों में किया जा सकता है। यही वजह है कि नपा की मंशा इस नदी के पानी को शुद्ध बनाए रखने की है, जिसके लिए इसे दूषित बनाने वाले नालों के पानी को शुद्ध करके इसमें मिलाए जाने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लान की डीपीआर तैयार कराई जा रही है।
दौलतराम गुप्ता, अध्यक्ष, नगरपालिका श्योपुर
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