ग्राम सोंईकला निवासी सुनील कुमार पुत्र पप्पूलाल बैरवा ने गत 2 सितंबर को अखिल भारती बैरवा महासभा के पदाधिकारियों को आवेदन दिया और बताया कि अप्रेल 2018 में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के विवाह सम्मेलन में मेरा विवाह पिंकी पुत्री श्रवण कुमार बैरवा के साथ हुआ। लेकिन अब 10 माह से ससुरालीजन बिना कारण मेरी पत्नी को नहीं भेज रहे हैं। इस पर महासभा ने दोनों पक्षों को नोटिस जारी कर 8 सितंबर को बुलाया। इसी के तहत रविवार को महासभा की सामान्य सभा की बैठक आयोजित हुई, जिसमें दोनों पक्षों के साथ ही समाज के पंच-पटेल भी उपस्थित हुए।
समाज के लोगों ने दोनों पक्षों को समझाया। इस दौरान लड़की पिंकी ने बताया कि ससुराल में शौचालय नहीं है और पति शराब पीता है, लिहाजा जब तक शौचालय नहीं बनेगा और पति शराब पीना बंद नहीं करेंगे, तब तक ससुराल नहीं जाऊंगी। इस पर पति सुनील ने दोनों शर्तें माने हुए कहा कि शौचालय भी बनवा दूंगा और कभी शराब नहीं पीऊंगा। ये बात पति ने लिखित में दी, तब पत्नी पिंकी ससुराल जाने को राजी हो गई। इसके बाद दोनों पक्षों ने लिखित में वचनपत्र देकर विवाद खत्म करने की बात कही। इस दौरान बैठक में महासभा अध्यक्ष मांगीलाल फौजी, महामंत्री राजेंद्र बैरवा, कोषाध्यक्ष शंभूदयाल, हरिमोहन मोदी, पूरण बैरवा, काशीराम सेंगर, रामलाल सूर्यवंशी, रामलाल, जयलाल, ओपी जारोलिया,एड.रामबिलास आदि मौजूद रहे।