शहर हजारेश्वर उद्यान स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर, पारिख जी काबाग, मंशापूर्ण हनुमान मंदिर, श्री सत्यनारायण मंदिर, गीताभवन, सरावगी मोहल्ला के गरोड़्या हनुमान मंदिर, खुलखुली माता ,जयेश्वर महादेव, चंबल कॉलोनी सहित शहरभर में पूजा स्थलों पर मिट्टïी से बनी ईसर एवं पार्वती की युगल प्रतिमाओं विविध रंगों से आकर्षक रूप में सजाया गया था।
नवविवाहिताओं में अपनी पहली गणगौर को लेकर उत्साह देखते ही बनता था। पारंपरिक गीतों के बीच पूजा-अर्चना करते हुए विवाहिताओं ने अखंड सुहाग और कुंवारी कन्याओं ने इच्छित वर की कामना की। महिलाओं ने इस दिन व्रत रखा और सायंकाल गणगौर को पानी पिलाया। वहीं बाग बगीचों में एकत्रित महिलाओं के नाच-गान का सिलसिला शाम को देर तक चलता रहा।
निकलेगी गणगौर की सवारी, लगेगा मेला
गणगौर पर्व के बाद श्योपुर का ऐतिहासिक गणगौर मेला आयोजित होगा। शहर के सूबात कचहरी के सामने आयोजित इस पारंपरिक मेले में विभिन्न मोहल्लों से गणगौर की सवारियां लाई जाएगी, वहीं लोक कलाकारों द्वारा स्वांग रचे जाएंगे। इसके लिए मोहल्ला समितियों ने तैयारियां पूरी कर ली है।