400 साल में पहली बार नहीं लगा गणगौर मेला
कोरोना के लॉकडाउन के चलते श्योपुर का ऐतिहासिक गणगौर मेला 400 साल में पहली बार आयोजित नहीं हो पाया। गणगौर से तीन दिनों तक लगने वाले इस मेले की शुरुआत 400 साल पूर्व गौड़ राजाओं के समय हुई थी। तत्समय मेले का आयेाजन किले में होता था और गुरुमहल के नीचे की ओर स्थित बाजार में गणगौर की सवारियां रखी जाती थी, जहां राजा स्वयं आकर बैठते थे। बाद में सिंधिया रियासत के दौरान गणगौर की सवारियां किले के नीचे बैठने लगी और फिर यहां सूबात कचहरी(वर्तमान में भी यहीं) पर ये मेला आयोजित किए जाने लगा। लेकिन इस बार मेला स्थगित करना पड़ा है।