कृषि और बागवानी क्षेत्रों को मिलेगी सहायता
समझौता ज्ञापन के अंतर्गत प्रारंभिक चरण में प्रदेश में 48 स्वचालित मौसम केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनके माध्यम से मौसम संबंधी पूर्वानुमान और तैयारियों के लिए वास्तविक समय के आंकड़े उपलब्ध होंगे। इससे विशेष तौर पर कृषि और बागवानी क्षेत्रों को सहायता मिलेगी। इसके उपरांत चरणबद्ध तरीके से खंडस्तर पर इस तंत्र को स्थापित किया जाएगा।
अभी हैं 22 स्वचलित मौसम केंद्र
वर्तमान में प्रदेश में आईएमडी द्वारा स्थापित 22 स्वचलित मौसम केंद्र क्रियाशील हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम केंद्रों का यह तंत्र स्थापित होने से प्रदेश में पूर्व चेतावनी प्रणाली और आपातकालीन स्थितियों जैसे अत्याधिक वर्षा, बाढ़ और बादल फटने जैसी घटनाओं का बेहतर तरीके से प्रबंधन सुनिश्चित होगा। इसके अतिरिक्त, प्रदेश सरकार की विस्तृत आपदा और जलवायु जोखिम न्यूनीकरण परियोजना के लिए फ्रांस की एजेंसी एएफडी के साथ सहमति बनी है, जिसके अंतर्गत एएफडी परियोजना के लिए 890 करोड़ रुपए उपलब्ध करवाएगी।
आपदा प्रबंधन तंत्र होगा बेहतर
सुक्खू ने कहा कि यह परियोजना राज्य को बेहतर आपदा प्रबंधन तंत्र स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगी। परियोजना के तहत प्रदेश में बुनियादी अधोसंरचना, प्रशासन और संस्थागत क्षमता के सुदृढ़ीकरण पर विशेष बल दिया जाएगा। इस धनराशि का उपयोग हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए), जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), राज्य व जिला आपातकालीन संचालित केंद्रों को मजबूत करने में किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदाओं के पूर्व चेतावनी तंत्र के अंतर्गत जलवायु परिवर्तन की संवेदनशीलता के आकलन के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को विकसित किया जाएगा।
नए अग्निशमन केंद्र करेंगे स्थापित
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल के अंतर्गत नए अग्निशमन केंद्र स्थापित किए जाएंगे और आग संबंधी आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए मौजूदा केंद्रों का उन्नयन किया जाएगा। प्रदेश में भूस्खलन की घटनाओं को कम करने के लिए बायो-इंजीनियरिंग नर्सरीज तैयार करने के साथ-साथ भूकम्परोधी अधोसंरचना निर्मित की जाएगी। उन्नत उपग्रह प्रणाली के माध्यम से संचार सुविधा में सुधार किया जाएगा। उन्नत एवं समर्पित सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म के माध्यम से निरंतर निगरानी को भी सुनिश्चित किया जाएगा। द्विपक्षीय समझौते के अंतर्गत फ्रांस से तकनीकी सहायता अनुदान से सहायता प्रदान की जाएगी।
राज्य संस्थान की होगी स्थापना
उन्होंने कहा कि आपदा के कुशल प्रबंधन के लिए हेलीपैड निर्मित करने के साथ-साथ आपदा प्रबंधन के लिए एक राज्य संस्थान की स्थापना की जाएगी और एक नई राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल कंपनी का गठन भी किया जाएगा।
शिमला में झमाझम बरसे बादल
‘येलोअलर्ट’ के बीच हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में शनिवार दोपहर झमाझम बारिश दर्ज की गई। बारिश से मौसम कूल-कूल हो गया। कुछ देर के लिए हुई तेज बारिश से नाले उफान पर आ गए और कई सड़कें लबालब हो गईं। उधर, प्रदेश के कुछ भागों में 13 सितंबर तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है।
कहां कितनी हुई बारिश
रविवार से राज्य में बारिश में कमी आने की संभावना है। वहीं बीते 24 घंटों के दौरान मालरांव में 64.0, पंडोह 32.5, बरठीं 30.4, अघार 29.8, मंडी 28.7,भटियात (चुवाड़ी) 28.4, जुब्बड़हट्टी 26.0, सुंदरनगर 18.6, भुंतर 25.7, मनाली 12.0, कुफरी 11.6, धौलाकुआं 13.0, कसौली 18.2, पांवटा साहिब 13.4 व सराहन में 11.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
कहां कितना रहा तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 15.3, सुंदरनगर 21.1, भुंतर 19.5, कल्पा 13.5, धर्मशाला 18.5, ऊना 20.4, नाहन 22.1, केलांग 9.7, पालमपुर 17.5, सोलन 19.2, मनाली 16.1, कांगड़ा 21.7, मंडी 21.2, बिलासपुर 23.6, चंबा 22.1, डलहौजी 13.0, कुकुमसेरी 11.1, भरमौर 16.0, धौलाकुआं 24.2, बरठीं 22.9, समदो 15.4, कसौली 17.1, पांवटा साहिब 24.0, देहरा गोपीपुर 25.0, ताबो 30.8, नेरी 23.3 व सैंज में 18.9 डिग्री सेल्सिय दर्ज किया गया।