जानकारी के मुताबिक ग्राम गांगुली निवासी सेवाराम गुर्जर (25) और ग्राम छिरारी थाना करैरा निवासी वर्षा गुर्जर (22) के बीच प्रेमप्रसंग था। करीब चार साल पहले वर्षा का विवाह अमोला क्षेत्र के नयाखेड़ा गांव निवासी मोहरसिंह गुर्जर के साथ हुआ था। लेकिन, वर्षा का सेवाराम से मिलना-जुलना जारी रहा। सेवाराम वर्षा को उसकी सहमति से अगस्त 2020 को अपने गांव ले आया और दोनों ने शपथ पत्र के आधार पर साथ रहने की सहमति जताते हुए शादी कर ली।
इधर, वर्षा के गायब होने पर ससुराल पक्ष ने अमोला थाने में 15 अगस्त 2020 को गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इस दौरान महिला के ससुराल और मायके पक्ष को पता चल गया था कि वर्षा सेवाराम के साथ रह रही है। 4 सितंबर 2020 को महिला पुलिस ने गांगुली गांव जाकर वर्षा को अपने ससुराल चलने को कहा, लेकिन उसने साथ चलने से मना कर दिया और सेवाराम के साथ ही रहने की बात कही। इसके बाद पुलिस वापस लौट गई।
बताते हैं, जब वर्षा ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया तो उसके घर और ससुराल वालों ने परिवार, रिश्तेदार और समाज के लोगों के साथ पंचायत कर इस बात का प्रयास किया कि सेवाराम, वर्षा को छोड़ दे, ताकि वह वापस ससुराल आ जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सेवाराम के परिजनों के मुताबिक वर्षा सेवाराम की पत्नी के रूप में रहने की जिद पर अड़ गई। वह किसी भी कीमत पर वापस ससुराल नहीं जाना चाहती।
सेवाराम ने अस्पताल में पत्रिका से बात करते हुए बताया, वर्षा के पति मोहरसिंह गुर्जर और उसके अन्य रिश्तेदार पिछले तीन-चार दिन से उसे फोन पर धमका रहे थे कि वह वह जल्द ही उसके गांव आकर उसे मार डालेंगे।
गंभीर रूप से घायल राजवीर ने बताया, मैं घटना के वक्त भैंस का दूध दूह रहा था। अचानक से लोग हाथों में हथियार लेकर गोलियां चलाते हुए आए। इन्हीं में शामिल नीलम पुत्र गब्बर सिंह गुर्जर ने उसे गोली मार दी।
घटना में सेवाराम का भाई राजवीर (25) और परिवार के बलराम (16) पुत्र नंदकिशोर गुर्जर, मुनीराम (30) पुत्र सीताराम गुर्जर, मंजेश (35) पत्नी केशव गुर्जर, अनूप (25) पुत्र कप्तान सिंह गुर्जर, आकाश (6) पुत्र केशव गुर्जर, छोटू (13) पुत्र मुनीराम गुर्जर को गोली और बंदूक के छर्रे लगे हैं। सभी को पहले जिला अस्पताल लाया गया, जहां मंजेश, मुनीराम, राजवीर की हालत गंभीर देखते हुए ग्वालियर रैफर कर दिया गया।
– गजेंद्र कंवर, एएसपी, शिवपुरी