चूं कि आईटीआई परिसर में रहने वाले लोग गुरुवार व शुक्रवार की रात मगरमच्छ पर नजर लगाए हुए थे, इसलिए उसके पानी से बाहर निकलते ही रेस्क्यू टीम को बुलवाकर उसे पकड़वा दिया। यदि उनकी नजर चूक जाती और मगरमच्छ आसपास के रिहायशी इलाके में चला जाता तो कोई भी गंभीर हादसा हो सकता था।