कोर्ट कमिश्रर भी नहीं दे पाए राहत
शहर की सडक़ों को बनवाए जाने के लिए उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर में जनहित याचिका लगाई गई। जिसमें कोर्ट कमिश्रर नियुक्त किए गए और उन्होंने कई बार दौरा करके न्यायालय को भी सडक़ों की स्थिति से अवगत कराया। नगरपालिका के अधिकारी कोर्ट में तारीखें भी कर रहे हैं, लेकिन सडक़ बनने का काम शुरूनहीं करवा पा रहे। यही वजह है कि आमजन को सडक़ों का सुख नहीं मिल पा रहा।
नई बनी सडक़ खोदी
एक ओर जहां शहर के मुख्य बाजार कोर्ट रोडसहित अन्य सडक़ें बन नहीं पा रहीं, वहीं दूसरी ओर कोतवाली रोडजो अभी कुछ समय पूर्व ही नई बनाई गई, उसे चेंबर की सफाई के फेर में खोद दिया गया। सोमवार को इस सडक़ को खोदकर सीवर के चेंबर का ढक्कन खोला गया और फिर उसे साफ करके सडक़ यूं ही खुदी छोड़ दी गई। स्थानीय दुकानदार व शहरवासियों का कहना है कि नईसडक़ बन नहीं रहीं और जो बनीं, उन्हें अभी से खोदना शुरू कर दिया।
मंत्री बोलीं: मेरी पीडब्ल्यूडी की तो सडक़ें बन गईं, अब नपा जाने
शहर में पीडब्ल्यूडी की जो सडक़ें थीं, उनमें एक को छोडक़र शेष सभी बन गई हैं। कोर्ट रोडसहित बाजार की अन्य सडक़ें नगरपालिका की हैं। उनमें क्यों देरी हो रही है, यह तो नपा के जिम्मेदार ही जानें। नपा में लोग आपस में ही झगड़ रहे हैं, तो फिर शहर की सुध कब और कैसे लेंगे?।
यशोधरा राजे सिंधिया, केबीनेट मंत्री शिवपुरी
यह बोले नपा सीएमओ
कोर्ट रोडसहित 4 सडक़ व 18 अन्य सडक़ों की फाईल अभी भोपाल में ईएनसी के ऑफिस में हैं। अभी वहां से टीएस होना बाकी है। जैसे ही वहां से फाईलों का निराकरण हो जाएगा, तो शहर में सडक़ें बनवाना शुरू कर देंगे।
रणवीर कुमार, सीएमओ नपा शिवपुरी
गया