यह वे लोग हैं, जो लॉकडाउन में बिना किसी ठोस कारण के घर से बाहर सड़क पर तफरी कर रहे थे। हालांकि इनमें कुछ ऐसे भी थे, जिनको अत्यंत जरूरी काम से जाना था, लेकिन वह भी इस कार्रवाई का शिकार हो गए।
प्रशासन की टीम ने इन सभी को चेतावनी दी है कि अगर अब यह लोग फिर से बिना किसी कारण सड़क पर घूमते मिले, तो इनको पकड़कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी।
आज हुई कार्रवाई में पुलिस टीम ने 19 लोगों को पकड़ा, जिनमें से शहर के साथ कुछ लोग सतनवाड़ा, अमोला व जिले के अन्य स्थानों से आए हुए थे।
प्रशासन की यह कार्रवाई करीब दो घंटे चली, जिसमें सभी को पकड़कर उनके खिलाफ 107-16 के तहत बाउंड ओवर की कार्रवाई कर सभी को 16 अप्रैल की तारीख तहसील न्यायालय में उपस्थित होने की दी है।
टीम के अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन में बिना कोई ठोस कारण के लोग समझाने के बाद भी अपने घरों में न रहकर बाहर सड़कों पर तफरी कर रहे हैं। ऐसे में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में अब अकारण सड़कों पर घूमने वाले लोगों पर बाउंड ओवर की कार्रवाई की जा रही है।
कार्रवाई के दौरान माधव चौक पर एसडीएम अतेन्द्र सिंह गुर्जर, तहसीलदार भूपेन्द्र सिंह कुशवाह, टीआई कोतवाली बादाम सिंह यादव व ट्रैफिक प्रभारी रणवीर यादव मौजूद रहे।
मरीज व अन्य जरूरी काम वाले हुए परेशान
पुलिस व प्रशासन की इस कार्रवाई में वह लोग भी परेशान हुए, जो कि अपने किसी रिश्तेदार व परिजन को अस्पताल लेकर जा रहे थे और या कोई जरूरी सामान लेने बाजार आए थे।
अमोला में रहने वाले सोनू सेन ने बताया कि वह अखिलेश गुप्ता के भाई रामकुमार गुप्ता व अजय शर्मा, जिसके सीने में तेज दर्द हो रहा था, उसको दिखाने के लिए शिवपुरी एक कार से आए थे।
माधव चौक पर पुलिस ने कार में सवार दो मरीजों व उनके दो अंटेडरों को पकड़ लिया। मरीजों को तो पुलिस ने छोड़ दिया, मरीज के भाईअखिलेश गुप्ता निवासी अमोला को पकड़कर उसके खिलाफ बाउंड ओवर की कार्रवाई कर दी, जबकि वह पुलिस के सामने अपनी व्यथा सुनाता रहा।
इधर एक अपने घर की बिजली कटने के डर से बिजली का बिल भरने के लिए चाबीघर जा रहा था, पुलिस ने उसे पकड़कर उसके खिलाफ भी कार्रवाई कर दी।